Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

मोदी ने मुंबई भगदड़ में हुई मौतों पर शोक जताया

Published

on

Loading

मुंबई, 29 सितम्बर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को परेल-एलफिस्टन स्टेशनों को जोड़ने वाले फुटओवर ब्रिज पर मची भगदड़ में हुई 22 लोगों की मौत पर शोक जताया है। मोदी ने ट्वीट किया, मेरी संवेदनाएं मुंबई भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति हैं। घायलों के जल्द ठीक होने की प्रार्थना करता हूं।

उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है और रेल मंत्री पीयूष गोयल स्थिति का जायजा लेने शहर में हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने घटना के बारे में जानकारी के लिए महाराष्ट्र के शिक्षामंत्री विनोद तावड़े को फोन किया और राज्य सरकार को केंद्र से हरसंभव मदद की पेशकश की।

तावड़े ने संवाददाताओं को बताया, राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को 500,000 रुपये देगी और घायलों का निशुल्क इलाज कराएगी। हमने इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार परिस्थितियों की जांच के आदेश दे दिए हैं।

इस बीच रेल मंत्री पीयूष गोयल मुंबई पहुंच गए हैं। वह वहां पश्चिम रेलवे, मध्य रेलवे और हार्बर लाइन के लिए कई नई उपनगरीय रेल सेवाओं का उद्घाटन करने वाले थे, लेकिन इस घटना के बाद गोयल ने अपने उद्घाटन कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं।

रेलवे बोर्ड ने भी पहले ही अपनी ओर से घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं।

तावड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी घटना की जानकारी दी गई है। वह फिलहाल दक्षिण कोरिया और सिंगापुर के दौरे पर हैं।

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) आपदा नियंत्रण के मुताबिक, मृतकों में 18 पुरुष और चार महिलाएं हैं, जबकि 23 पुरुष और नौ महिलाएं घायल हुई हैं। घायलों का इलाज चल रहा है।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending