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मोदी आगे आएं, लोगों का सामना करें : शत्रुघ्न

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नई दिल्ली, 29 सितम्बर (आईएएनएस)| अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर एक दिन पहले यशवंत सिन्हा के विचारों का समर्थन करने के बाद भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आगे आने और लोगों का सामना करने की सलाह दी। शत्रुघ्न ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, यह सही समय है जब प्रधानमंत्री और इस लोकतंत्र के प्रमुख को सामने आना चाहिए और लोगों का सामना करना चाहिए तथा एक वास्तविक संवाददाता सम्मेलन में सवालों के जवाब देने चाहिए।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री को कम से कम एक बार यह दिखाना चाहिए कि वह मध्यवर्गीय लोगों, निर्यातकों, छोटे व्यापारियों, पूरे देश खासकर गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर वहां के लोगों की चिंता करते हैं।

सिन्हा ने यह टिपण्णी ऐसे समय में की है, जब जेटली ने गुरुवार को यशवंत सिन्हा को ’80 वर्षीय नौकरी का उम्मीदवार’ कहकर तंज कसा था।

जेटली ने एक किताब विमोचन समारोह के दौरान पूर्व वित्तमंत्री पर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया था।

जेटली पर निशाना साधते हुए अभिनेता से नेता बने सिन्हा ने कहा, अर्थव्यवस्था की स्थिति पर यशवंत सिन्हा के अवलोकन को मैं और मेरे जैसे सोचने वाले नेता मजबूती से समर्थन करते हैं। पार्टी और पार्टी से बाहर के लोगों ने भी उनके विचारों का तेजी से समर्थन किया है।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में हमें नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़े धड़े से राष्ट्रहित के इस मुद्दे पर समर्थन मिलेगा।

सिन्हा ने कहा कि इस मामले को हालांकि यशवंत सिन्हा और अरुण जेटली के बीच नहीं मिलाना चाहिए। इस मामले में इसी तरह का प्रयास किया जा रहा है। वर्ना जगजीत सिंह के शब्दों में, ‘बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी।’

पूर्व वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने बुधवार को भारतीय अर्थव्यवस्था की आलोचना करते हुए अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में एक लेख लिखा था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी में भूचाल आ गया था और उसके एक दिन बाद उनके बेटे और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने भी उनकी आलोचनाओं का जवाब देते हुए ‘टाइम्स ऑफ इंडिया में लेख लिखा था। वहीं अरुण जेटली ने गुरुवार को सिन्हा पर भारतीय अर्थव्यवस्था के बचाव में तीखा हमला किया।’

बिहार विधानसभा चुनाव के समय ही पार्टी से उपेक्षित शत्रुघ्न सिन्हा ने यशवंत सिन्हा के बयान का यह कहते हुए गुरुवार को समर्थन किया था कि उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति को आईना दिखाया है।

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‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना से 82,120 बालिकाओं को खेल में निपुण बनाएगी योगी सरकार

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में पढ़ने वाली 82,120 बालिकाओं की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने का प्रयास तेज कर दिया है। सरकार इस उद्देश्य को ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू कर साकार करेगी।

बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के नेतृत्व में इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस योजना से बालिकाएं खेल में निपुण होने के साथ-साथ शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास भी प्राप्त करेंगी, जिससे वे समाज में एक सशक्त पहचान बना सकेंगी।

उत्तर प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में बालिकाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उभारने के उद्देश्य से ‘एक केजीबीवी, एक खेल’ योजना लागू की गई है। इस योजना का उद्देश्य पिछड़े और वंचित समुदायों की बालिकाओं को खेल के क्षेत्र में विशेष कौशल प्रदान करना है। इसके अंतर्गत प्रत्येक विद्यालय में एक विशेष खेल का चयन किया जाएगा, जिसमें छात्राओं को खेल विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रत्येक जनपद के दो केजीबीवी में आरंभ की जाएगी और सफल होने पर इसे अन्य विद्यालयों में भी विस्तार दिया जाएगा।

राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य केजीबीवी में अध्ययनरत 82,120 छात्राओं को खेलों में प्रशिक्षित कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है। यह योजना छात्राओं को न केवल खेल किट और आधारभूत प्रशिक्षण प्रदान करेगी, बल्कि विभिन्न प्रतियोगिताओं में जनपद और राज्य स्तर पर चयनित करने की प्रक्रिया भी सुनिश्चित करेगी।

विद्यालय में खेल का चयन ऐसे होगा

प्रत्येक विद्यालय में एक खेल समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें वार्डन, व्यायाम शिक्षिका, खेल प्रभारी और दो खिलाड़ी छात्राएं होंगी। यह समिति छात्राओं की रुचि और उपलब्ध संसाधनों के आधार पर एक खेल का चयन करेगी। चयनित खेल में प्रशिक्षण देने के लिए योग्य महिला प्रशिक्षक नियुक्त की जाएगी। आवश्यकतानुसार, बाहरी खेल प्रशिक्षकों की सहायता भी ली जा सकेगी।

विशेष प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर रहेगा विशेष ध्यान

योजना के अंतर्गत, खेल गतिविधियों के संचालन के लिए एक निर्धारित समय सारिणी होगी, जिसमें प्रशिक्षक छात्राओं को खेल की बारीकियां सिखाएंगे। बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिसमें छात्राओं को आहार, पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया जाएगा। बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण भी समय-समय पर किया जाएगा।

समाज और विभागीय सहयोग लिया जाएगा

पूर्व राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को भी बुलाकर छात्राओं को प्रेरित किया जाएगा। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली बालिकाओं को स्थानीय स्तर पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। इसके अलावा, विद्यालयों में खेल प्रतियोगिताओं के दौरान सम्मानित नागरिकों और विभागीय अधिकारियों को आमंत्रित कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया जाएगा।

खेल संघों और कॉर्पोरेट समूहों से भी लिया जाएगा सहयोग

योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य और राष्ट्रीय स्तर के खेल संघों के साथ कॉर्पोरेट समूहों से भी सहयोग लिया जाएगा। कॉर्पोरेट समूहों की मदद से छात्राओं के लिए आवश्यक खेल सामग्री और अन्य सुविधाएं बेहतर तरीके से उपलब्ध कराई जाएंगी।

बालिकाओं का विशेष स्थानांतरण और अभिभावकों की ली जाएगी सहमति

चयनित छात्राओं को विशेष खेल प्रशिक्षण देने के लिए तीन महीने तक नोडल केजीबीवी में रखा जाएगा। इस दौरान उनके रहने, खाने और प्रशिक्षण की पूरी व्यवस्था होगी। इसके बाद, छात्राओं को उनके मूल केजीबीवी में वापस भेज दिया जाएगा। छात्राओं के स्थानांतरण से पूर्व उनके अभिभावकों से सहमति ली जाएगी।

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