Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

ताइवानी बैंड : हिंदी नहीं समझते, मगर हिंदुस्तानी संगीत के कायल

Published

on

Loading

नई दिल्ली, 30 सितम्बर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हाल ही में आयोजित हुए तीन दिवसीय जैज महोत्सव में ताइवान के बैंड ‘शी झू कोंग’ ने चीनी-ताइवानी धुनों पर दिल्लीवासियों को झूमने पर मजबूर कर दिया। भारत की धरती पर अपने संगीत से जलवे बिखेरने वाले ताइवानी बैंड के सदस्यों ने बताया कि यह उनकी पहली भारत यात्रा थी। लेकिन यहां मंच पर उन्हें ऐसा लगा जैसे वे अपने देश में प्रस्तुति दे रहे हैं।

भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) के तत्वावधान में 23 सितंबर से 25 सितंबर, 2017 तक आयोजित 7वें जैज महोत्सव में दक्षिण अफ्रीका, इजरायल, मेक्सिको, फ्रांस, स्पेन, और कोरिया के बैंड भी शामिल हुए थे। इसके अलावा महोत्सव में तीन बैंड भारत के भी थे। इस वर्ष 15,000 से अधिक जैज प्रेमियों ने इस महोत्सव का आनंद उठाया।

‘शी झू कोंग बैंड’ के प्रमुख एलेक्स वू ने कहा, भारत की पहली यात्रा होने के बावजूद यहां लोगों की भीड़ और उनकी तालियों की गड़गड़ाहट ने हमें उत्साहित किया है। हम बहुत खुश हैं कि हमें दिल्ली के लोगों के बीच अपने संगीत को परोसने का मौका मिला। हम यहां के लोगों से मिले प्यार से अभिभूत हैं।

उन्होंने आगे कहा, हमें 7वें दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय जैज महोत्सव का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा लगा है। मंच पर हमें दर्शकों के सामने ऐसा महसूस हुआ जैसे हम अपने देश, अपने लोगों के बीच प्रस्तुति दे रहे हैं।

ताइवान के इस बैंड में छह सदस्य हैं। सभी सदस्य अलग-अलग संगीत यंत्रों को बजाने के माहिर हैं। बैंड के सदस्यों में लिन पिन पेई (पियानो), वू चेंग चुन (एरू), येन चुन लिन (ब्रास), कोडी ब्यासी (ड्रम), एंजी लिन (कीबोर्ड) और मिन येन हेस्यी (सैक्सोफोन) शामिल हैं।

नेहरू पार्क में आयोजित हुए इस महोत्सव में दुनिया भर के कई देशों से आए बैंड की प्रस्तुतियां देखने-सुनने के लिए संगीत प्रेमियों की भारी भीड़ देखने को मिली। भारत की धरती पर देशी-विदेशी संगीत का लुत्फ उठाने के लिए विदेशी संगीत प्रेमी भी काफी संख्या में मौजूद थे।

भारतीय संगीत को आप कितना समझते हैं? आपको यहां का संगीत पसंद है? वू ने कहा, भारत आने से पहले मैंने ताइवान में भारतीय संगीत सुने हैं। भारतीय संगीत काफी प्राचीन और पारंपरिक है। इसके बावजूद यहां आपको फ्यूजन काफी मात्रा में मिलेगा। यहां के पारंपरिक संगीत वाद्ययंत्र भी बहुत अच्छे हैं, जिनका यहां के संगीतकार बहुत अच्छे से इस्तेमाल करते हैं। हम हिंदी नहीं समझते हैं, लेकिन यहां के संगीत को समझते हैं, और हमें यह काफी पसंद है। वैसे भी संगीत की कोई भाषा नहीं होती है।

आपके लिए जैज म्यूजिक क्या है? बैंड के दूसरे सदस्य कोडी ब्यासी ने कहा, जैज संगीत में बहुत ही स्वतंत्रता है। जब हम संगीत की रचना करते हैं तो आप इसके साथ काफी प्रयोग कर सकते हैं। आप जैज संगीत के माध्यम से अपने तरीके से कई कहानियां सुना सकते हैं।

अमेरिका के रहने वाले कोडी काफी समय से इस ताइवानी बैंड से जुड़े हुए हैं। भारत में अपने अनुभवों के बारे में वह कहते हैं, मैंने भारतीय संगीत के बारे में काफी कुछ पढ़ा व सीखा है। लेकिन मैं ज्यादातर दक्षिण भारत में ही रहा। मैंने यहां वेणू, कंजीरा और कांसी जैसे कई वाद्ययंत्रों को बजाना सीखा है। इससे मेरे खुद के संगीत में काफी निखार आया। मैं कहना चाहूंगा कि मुझे यहां के संगीत ने काफी प्रेरित किया।

Continue Reading

अन्तर्राष्ट्रीय

हिजबुल्लाह ने इजरायल पर दागे लगभग 250 रॉकेट, 7 लोग घायल

Published

on

Loading

बेरूत। हिजबुल्लाह ने एक बार फिर इजरायल पर बड़ा हमला किया है। रविवार को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर लगभग 250 रॉकेट और अन्य हथियारों से हमला किया। इस हमले में कम से कम सात लोग घायल हो गए है। हिजबुल्लाह का यह हमला पिछले कई महीनों में किया गया सबसे भीषण हमला है, क्योंकि कुछ रॉकेट इजरायल के मध्य में स्थित तेल अवीव इलाके तक पहुंच गए।

इजराइल की ‘मैगन डेविड एडोम’ बचाव सेवा ने कहा कि उसने हिजबुल्लाह द्वारा इजराइल पर दागे गए हमलों में घायल हुए सात लोगों का इलाज किया. युद्ध विराम के लिए वार्ताकारों की ओर से दबाव बनाए जाने के बीच हिजबुल्लाह ने ये हमले बेरूत में घातक इजराइली हमले के जवाब में किये

सेना का अभियान चरमपंथियों के खिलाफ

इसी बीच लेबनान की सेना ने कहा कि इजराइल के हमले में रविवार को लेबनान के एक सैनिक की मौत हो गई जबकि 18 अन्य घायल हो गए. इस घटना पर इजराइल की सेना ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह हमला हिजबुल्लाह के विरुद्ध युद्ध क्षेत्र में किया गया और सेना का अभियान केवल चरमपंथियों के खिलाफ हैं.

 

Continue Reading

Trending