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अन्तर्राष्ट्रीय

अफगानिस्तान में व्हाट्सएप पर अस्थायी रोक

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काबुल, 4 नवंबर (आईएएनएस)| अफगानिस्तान सरकार ने कई निजी दूरसंचार कंपनियों को देश में व्हाट्सएप और टेलीग्राम इंस्टेंट मैसेजिंग सेवाओं को निलंबित करने के लिए कहा है। इस कदम को अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश के रूप में देखा जा रहा है। ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ ने शुक्रवार को बताया कि देश के अभिजात वर्ग में लोकप्रिय एप शुक्रवार को भी निजी दूरसंचार ऑपरेटरों पर काम कर रहे थे, हालांकि, सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी सेलाम टेलीकॉम के ग्राहकों ने बताया कि दोनों एप काम करना बंद कर चुके हैं।

नाई समूह के कार्यकारी निदेशक अब्दुल मुजीब खलवटगर ने कहा, यह गलत और गैरकानूनी है।

संविधान के अनुसार, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता अफगानिस्तान में अलंघनीय है।

खलवटगर ने कहा, व्हाट्सएप और टेलीग्राम अभिव्यक्ति की आजादी के उपकरण हैं। अगर सरकार उन पर प्रतिबंध लगाती है तो इसका मतलब है कि कल वह अफगानिस्तान में मीडिया के खिलाफ खड़ा हो सकती है।

व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर लगाए गए प्रतिबंध के कारण गुरुवार को स्पष्ट नहीं हो पाए। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के उपनिदेशक ने बीबीसी को बताया कि प्रतिबंध सुरक्षा कारणों से लगाए गए हैं।

रपट में कहा गया है कि व्हाट्सएप और टेलीग्राम अक्सर तालिबान और अन्य आतंकवादी समूहों द्वारा सरकारी निगरानी से बचने के लिए उपयोग किए जाते हैं।

संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि 20-दिवसीय प्रतिबंध का अनुरोध राष्ट्रीय निदेशालय की तरफ से आया है, जोकि देश की खुफिया एजेंसी है।

मंत्रालय ने कहा कि एक नई तकनीक शुरू करने के लिए इन एप पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि उपयोगकर्ताओं ने व्हाट्सएप की सेवा की गुणवत्ता के बारे में शिकायत की थी।

मंत्रालय ने इस बात से भी इनकार किया है कि यह प्रतिबंध अभिव्यक्ति की आजादी के लिए खतरा है।

मंत्रालय ने कहा, व्हाट्सएप और टेलीग्राम बस संपर्क और ऑडियो संदेश भेजने के एप्लिकेशन हैं और यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रभावित नहीं करता।

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अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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