Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

प्रेम जाल में फंसाकर नोचता था बच्ची का जिस्म, फिर….

Published

on

Loading

पटना। बिहार के गोपालगंज में एक युवक ने छठी क्लास की छात्रा को अपने प्यार के जाल में फंसाकर उसे प्रेग्नेंट कर दिया। जब इस बात की जानकारी लड़के को हुई तो वह उससे दूरी बनाने लगा।

इस बात से छात्रा डिप्रेशन में आ गई। वहीँ उसके बढ़ते पेट को देखते उसे परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए तो डॉक्टरों ने जो बताया उससे लड़की के परिवार वालों के पैरों तले जमीन खिंसक गई। पता चला की लड़की गर्भवती है। घरवालों ने जब बच्ची से इसके बारे में पूछा तो उसने सारी हकीकत उन्हें बता दी।

जानकारी के मुताबिक, मामला बिहार के गोपालगंज जिले के बरौली थाना क्षेत्र का है, जहां छठी क्लास में पढ़ने वाली एक नाबालिक लड़की को पड़ोस के ही लड़के ने अपने प्यार के झांसे में फंसाते हुए उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और गर्भवती होने के बाद उससे दूरी बनाने लगा। इस बात से छात्रा आहत हो गई और बदनामी के डर से चुपचाप घर में रहने लगी।

जब पेट में पल रहा बच्चा बड़ा होने लगा तो परिवार वालों को शक हुआ और उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उसे मां बनने की बात बताई। फिर सभी ने नाबालिग बच्ची से उसके पिता के बारे में पूछा तो सामने रहने वाला एक पड़ोसी की करतूत सामने आई, जिसके बाद सभी उससे पूछताछ करने के लिए उसके घर गए लेकिन वो वहां से फरार था। हालांकि बाद में पुलिस ने उसे उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया।

नाबालिक लड़की ने बताया कि वो अक्सर घर में किसी के नहीं रहने के बाद उसे पढ़ाई के बहाने बुलाता था और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाता था। लड़की ने बताया कि जब मैं गर्भवती हो गई तो वो वह उससे दूरी बनाने लगा। हम दोनों के बीच अक्सर लड़ाई झगड़े होने लगे। इसी कारण बदनामी के डर से मैंने घर से बाहर निकलना भी बंद कर दिया। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया क़ि आरोपी लड़के को उसके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया गया है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending