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पाटील को अश्रुपूर्ण अंतिम विदाई

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सांगली| महाराष्ट्र के पूर्व उप मुख्यमंत्री रावसाहेब रामराव पाटील को उनके पैतृक गांव अंजनी में मंगलवार को लाखों लोगों ने अश्रुपूर्ण नेत्रों से अंतिम विदाई दी। मुख कैंसर से जिंदगी की जंग हार चुके 57 वर्षीय पाटील का सोमवार शाम मुंबई के लीलावती अस्पताल में निधन हो गया।

मंगलवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंत्येष्टि की गई और 21 तोपों की सलामी दी गई।

राज्य सरकार ने पहले ही मंगलवार को राजकीय शोक की घोषणा कर दी थी।

मुंबई में 26/11 आतंकवादी हमलों के वक्त प्रदेश के गृहमंत्री रहे पाटील के परिवार में उनकी मां भागीरथी, पत्नी सुमन तथा तीन बच्चे स्मिता, सुप्रिया और रोहित हैं।

पाटील की इच्छा थी कि उनकी अंत्येष्टि के बाद किसी तरह के समारोह का आयोजन न किया जाए।

हवाईअड्डे से लेकर अंतिम दर्शन के लिए जहां उनका पार्थिव शरीर रखा गया, इस छह किलोमीटर लंबे रास्ते पर दोनों तरफ हजारों लोग कतारों में खड़े रहे।

इस दौरान पूरा माहौल ‘आबा अमर रहे’ के नारों से गूंजता रहा। कुछ लोग मातम के तौर पर छातियां पीटते दिखे। पाटील को स्थानीय लोग ‘आबा’ कहकर पुकारते थे।

पैतृक गांव अंजनी में उनकी अंत्येष्टि की गई, जहां उनके बेटे रोहित ने उन्हें मुखाग्नि दी। यहां से वह छह बार महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे।

उनकी अंत्येष्टि में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, समाजसेवी अन्ना हजारे, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार, राकांपा नेता सुनील तटकरे, सुप्रिया सुले, नवाब मलिक, जितेंद्र अव्हाड, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण, सुशील कुमार शिंदे, पतंगराव कदम, विक्रम बोके, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रावसाहेब दानवे तथा मौजूदा महाराष्ट्र सरकार के कई मंत्री, सांसद तथा विधायक मौजूद थे।

पाटील ने युवावस्था में ही अपने गृह जनपद सांगली से राजनीति की शुरुआत की थी और जिला परिषद (1979-90) लिए निर्वाचित हुए थे।

साल 1990 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ा और कांग्रेस-राकांपा की सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बने।

तेलगी फर्जी स्टांप घोटाला मामले में साल 2003 में तत्कालीन उप मुख्यमंत्री छगन भुजबल के इस्तीफा देने के बाद पाटील को गृह मंत्रालय दिया गया।

उनके काम से प्रभावित होने के बाद शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें साल 2004 में उपमुख्यमंत्री बना दिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी तथा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास आठवले तथा अन्य गणमान्य लोगों ने भी पाटील को श्रद्धांजलि दी।

महाराष्ट्र की राजनीति को, तीन कद्दावर नेताओं कांग्रेस के विलासराव देशमुख (2012), भाजपा के गोपीनाथ मुंडे (2014) तथा इस साल आर.आर.पाटील की मौत के बाद बेहद धक्का लगा है।

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पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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