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क्या अय्यर मेरी सुपारी देने पाकिस्तान गए थे : मोदी

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गांधीनगर, 8 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस से निलंबित नेता मणि शंकर अय्यर पर लगातार अपने हमले जारी रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(राजग) सरकार के सत्ता में आने के बाद अय्यर पाकिस्तान गए थे और वहां उन्होंने कहा था कि अगर मोदी को हटाया नहीं गया तो, भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध अच्छे नहीं होंगे।

उन्होंने अय्यर के पाकिस्तान जाने पर सवाल उठाया और कहा कि क्या वह वहां मेरी सुपारी देने गए थे? प्रधानमंत्री ने बनासकांठा में चुनाव प्रचार के दौरान कहा, मणिशंकर अय्यर ने गुरुवार को एक बयान दिया था। मैं आप लोगों से पूछता हूं, क्या यह मेरा अपमान है कि आपका अपमान है?

उन्होंने लगातार सात-आठ बार लोगों से पूछा, क्या इस अपमान के लिए सजा देनी चाहिए कि नहीं देनी चाहिए?

अय्यर ने गुरुवार को मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि मोदी ‘बहुत नीच किस्म का आदमी है’, जो गंदी राजनीति करते हैं। इसके बाद राजनीतिक भूचाल आ गया था। कांग्रेस ने उनके इस बयान के लिए गुरुवार रात ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से उन्हें निलंबित कर दिया था।

मोदी ने कहा, मेरे प्रधानमंत्री बनने के बाद, यह मणिशंकर अय्यर पाकिस्तान गए थे और वहां लोगों से बातचीत की थी। उन्होंने वहां कहा था कि जबतक इस नरेंद्र मोदी को हटाया नहीं जाएगा, भारत-पाकिस्तान के बीच संबंध अच्छे नहीं हो सकते। मैं आपसे पूछता हूं कि वह पाकिस्तान क्यों गए थे? क्या मोदी की सुपारी देने के लिए गए थे?

कांग्रेस पर लगातार हमलावर रुख अख्तियार किए हुए मोदी ने कहा, आप बनासकांठा के लोग बाढ़ के समय यहां थे, पीड़ा और समस्या से गुजर रहे थे। तब कांग्रेस के विधायक कहां थे और भाजपा के लोग कहां थे। क्या मुख्यमंत्री विजय रुपानी, शंकरभाई चौधरी ने आपके संकट के समय आपकी मदद नहीं की थी? जबकि उस समय कांग्रेस विधायक बेंगलुरू के रिसॉर्ट में आराम फरमा रहे थे।

प्रधानमंत्री ने कहा, यहां आप बाढ़ में डूब रहे थे, वहां वे लोग बेंगलुरू के स्वीमिंग पूल में मजा ले रहे थे। यहां भाजपा आपके लिए राहत शिविर बना रही थी, वे लोग रिसॉर्ट शिविर में रह रहे थे। क्या आप उन लोगों को सजा नहीं देंगे?

उन्होंने मोरबी हादसे का हवाला देते हुए कांग्रेस पर हमला किया और कहा, मैं 1979 में मोरबी हादसे के समय राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के कार्यकर्ताओं के साथ था और लोगों की मदद कर रहा था। आरएसएस के कार्यकर्ता बदबूदार पानी से शवों को निकाल रहे थे, वहीं इंदिरा गांधी अपने मुंह को रुमाल से ढके खुद को खराब हवा से बचा रही थीं। यह भाजपा और कांग्रेस की संस्कृति में अंतर है।

सूरत बाढ़ का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, बाढ़ के दौरान, मैं सड़क साफ करने के लिए वहां गया था, राज्य का मुख्यमंत्री होने के बावजूद स्थानीय लोगों की सहायता करने गया था। हाल ही में आए बाढ़ के दौरान, मैं खुद यहां आया था और हवाई सर्वेक्षण किया तथा आपकी सुरक्षा सुनिश्चित की।

उन्होंने कहा, इन सब वजहों से, कांग्रेस के लोग मुझे पसंद नहीं करते हैं। हमने पाकिस्तान के घर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की। मैं आपसे पूछता हूं, क्या आप इससे अच्छा महसूस नहीं करते हैं? क्या आप इसपर गर्व नहीं करते हैं? क्या आप भारतीय सेना पर गर्व नहीं करते हैं? लेकिन सिर्फ कांग्रेसी इसे पसंद नहीं करते हैं। वे कहते हैं कि पाकिस्तान ने स्ट्राइक से इंकार किया है।

गांधीनगर के कालोल विधानसभा क्षेत्र में जहां 14 दिसंबर को चुनाव होने हैं, में भी मोदी अपने रंग में दिखे। उन्होंने यहां कहा, विकास का रास्ता जारी रहना चाहिए। मैं नौ और 14 दिसंबर को वोट करने वाले मतदाताओं से अपील करता हूं कि ऐसे व्यक्ति को मत दीजिए, जो आपके लिए जीता है। आप मेरे परिवार हैं। 1.25 करोड़ लोग मेरे परिवार हैं।

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महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

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मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

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