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ऑफ़बीट

भारी पड़ी हाथी के साथ सेल्फी, एक झटके में गई जान

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भुवनेश्वर। ओडिशा के अंगुल जिले में खमर वन क्षेत्र स्थित के मंदिर के पास हाथी के साथ सेल्फी लेने के प्रयास में सोमवार को एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी। हाथी ने उसे अपने पैरों तले कुचल कर मार डाला।

यह घटना उस समय घटी जब गांव के लोग हाथी को खदेडक़र उसे वापस उसकी झुंड में भेजने की कोशिश कर रहे थे तभी युवक हाथी के पास चला गया अैार मंदिर के पास उसके साथ सेल्फी लेने लगा।

युवक की पहचान पालाहारा इलाके के निमिडिबेडा गांव निवासी जयकृष्ण नायक के रूप में हुई है। खमर के वन अधिकारी दिब्य लोचन पात्रा ने बताया कि वन अधिकारियों के साथ गांव के लोग हाथी को वापस झुंड में भेजने की कोशिश कर रहे थे।

नायक को गंभीर चोटें आयी थीं उसे सामुदायिक अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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