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कठपुतली कांग्रेस की कला, पीएमओ को बनाया कठपुतली : भाजपा

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नई दिल्ली, 14 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस द्वारा चुनाव आयोग को ‘कठपुतली’ कहने पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) ने गुरुवार को कहा कि कठपुतली बनाना कांग्रेस की कला है और चुनाव आयोग पर किया गया हमला पार्टी के राजवंशी अहंकार को दिखाता है।

भाजपा ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उसकी मां सोनिया गांधी ने ‘प्रधानमंत्री कार्यालय को 10 वर्षो तक कठपुतली के रूप में बदल दिया था।’

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता जी.वी.एल नरसिम्हा राव ने कहा, आप उस वक्त खुश होते हैं, जब चुनाव आयोग राज्यसभा में अहमद पटेल को विजयी घोषित करता है।

उन्होंने कहा, अब आप अचानक से चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री को समर्थन करने का आरोप लगाकर अपना गुस्सा क्यों निकाल रहे हैं? परिवार के दरबारी की तरह चुनाव आयोग काम करे, क्या यह उम्मीद करना बहुत ज्यादा नहीं है?

राव ने कहा, चुनाव आयोग पर हमला करना नेहरू राजवंश का राजवंशी अहंकार है। आपने राजा राहुल के खिलाफ नोटिस देने की हिम्मत कैसे की।

उन्होंने कहा कि इसी मानसिकता का प्रमाण प्रधानमंत्री को ‘नीच’, ‘तू चाय बेच’ और ‘चुनाव आयोग को कठपुतली’ बोलना है। मीडिया से आग्रह है कि अपनी ड््यूटी में विफल न हो और ऐसी भाषा पर आपत्ति उठाए।

एक न्यूज स्टोरी को संलग्न करते हुए राव ने कहा, क्या कांग्रेस हमेशा ऐसे ही चुनाव आयुक्त चाहती है? राहुल गांधी, आप और आपकी मां ने प्रधानमंत्री के कार्यालय को 10 वर्षो तक कठपुतली बना दिया।

उन्होंने कहा, कठपुतली बनाना आपकी कला है। हार के लिए कोई अन्य बहाना ढूंढें। चुनावी हार की जगह जुबानी जंग नहीं ले सकता।

कांग्रेस ने गुरुवार को चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाथ की कठपुतली बनने का आरोप लगाया।

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नेशनल

मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, दिल्ली एम्स में ली अंतिम सांस

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नई दिल्ली। मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है। दिल्ली के एम्स में आज उन्होंने अंतिम सांस ली। वह लंबे समय से बीमार चल रहीं थी। एम्स में उन्हें भर्ती करवाया गया था। शारदा सिन्हा को बिहार की स्वर कोकिला कहा जाता था।

गायिका शारदा सिन्हा को साल 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर, 1952 को सुपौल जिले के एक गांव हुलसा में हुआ था। बेमिसाल शख्सियत शारदा सिन्हा को बिहार कोकिला के अलावा भोजपुरी कोकिला, भिखारी ठाकुर सम्मान, बिहार रत्न, मिथिलि विभूति सहित कई सम्मान मिले हैं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी, मगही और मैथिली भाषाओं में विवाह और छठ के गीत गाए हैं जो लोगों के बीच काफी प्रचलित हुए।

शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से एम्स में भर्ती थीं। सोमवार की शाम को शारदा सिन्हा को प्राइवेट वार्ड से आईसीयू में अगला शिफ्ट किया गया था। इसके बाद जब उनकी हालत बिगड़ी लेख उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया। शारदा सिन्हा का ऑक्सीजन लेवल गिर गया था और फिर उनकी हालत हो गई थी। शारदा सिन्हा मल्टीपल ऑर्गन डिस्फंक्शन स्थिति में थीं।

 

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