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नेशनल

देशभर में हर तीन जिले पर खोला जाएगा एक मेडिकल कॉलेज : मोदी

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नई दिल्ली, 25 मार्च (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार ‘मन की बात’ कार्यक्रम में कहा कि देशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के तहत देश के हर तीन जिलों पर एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।

प्रधानमंत्री ने लोगों से रोग-निवारक स्वास्थ्य सेवा के प्रति जागरूक रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि रोग निवारण के उपाय न सिर्फ एक व्यक्ति के लिए बल्कि उसके परिवार व समाज के लिए भी हितकर है।

मोदी ने कहा कि हर तीन जिले पर एक मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा।

मोदी ने कहा कि सरकार ने 2025 तक देश को क्षयरोग से छुटकारा दिलाने का लक्ष्य तय किया है। उन्होंने कहा कि सरकार और बीमा कंपनियों की ओर से संयुक्त रूप से हर साल 10 करोड़ परिवारों को पांच लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा।

प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में कहा, रोग-निवारक स्वास्थ्य सेवा सबसे सस्ती और सरल है। इसको लेकर हम जितना जागरूक होंगे, यह उतना व्यक्ति, उसके परिवार व समाज के लिए लाभकारी होगी।

प्रधानमंत्री ने अच्छी सेहत के लिए स्वच्छता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि स्वस्थ भारत उतना ही जरूरी है जितना स्वच्छ भारत।

उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि स्वस्थ भारत और स्वच्छ भारत एक दूसरे के संपूरक हैं। स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में व्यावहारिक नजररिया अपनाया जा रहा है। पहले स्वास्थ्य से संबंधित हर कार्य केवल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जिम्मेदारी होती थी, लेकिन वर्तमान परिदृश्य में प्रत्येक विभाग, राज्य सरकार और अन्य विभागों एक साथ मिलकर स्वस्थ भारत के लिए कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता पहली जरूरत है।

मोदी ने कहा कि योग ने रोग निवारक के तौर पर दुनिया में पहचान बनाई है। यह अच्छी सेहत की गारंटी देता है।

उन्होंने कहा, योग दिवस 21 जून को मनाया जाएगा। क्या हम योग के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए अभी से कार्य शुरू कर सकते हैं?

मोदी ने कहा कि सरकार ने तीन हजार से अधिक जन औषधि केंद्र खोले हैं और वह इस तरह के और केंद्रों को खोलने की दिश में कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि इन केंद्रों पर 800 दवाइयां सस्ते दाम पर उपलब्ध हैं।

प्रधानमंत्री ने बताया कि दिल के मरीजों के लिए स्टेंट की कीमतों में 85 फीसदी कमी हो गई है। घुटने बदलने की लागत 50-70 फीसदी घट गई।

उन्होंने कहा कि पूरे देश में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए 479 मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीटें बढ़ाकर तकरीबन 68,000 कर दी गई हैं और विभिन्न प्रदेशों में नए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) खोले जा रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

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संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

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