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रोज सुबह दो किलोमीटर चलने से दिल होगा मजबूत, दिमाग होगा तेज़
हम दिनभर में अपना काम करते हुए कुछ कदम चलते हैं , जिसे शरीर को कुछ खास फायदा नहीं होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि हर सुबह सिर्फ दो किलोमीटर चलने से ही अाप न केवल लंबे समय तक स्वस्थ रह पाएंगे, बल्कि अापका दिमाग भी स्वस्थ रहेगा। सुबह-सुबह उठकर टहलना गांधी जी को भी काफी पसंद था।
सुबह की गई चहलकदमी आपके लिए कई तरह से लाभदायक हो सकती है। सुबह-सुबह टहलने के कई फायदे हैं, यहां तक कि डब्ल्यूएचओ ने भी यह माना है कि सुबह के समय सूरज की किरणों में भरपूर मात्रा में विटामिन-डी तत्व पाया जाता है, इसलिए इस समय टहलने से शरीर को ताजगी का अनुभव तो होता ही है, इसके साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। लोगों में टहलने की आदत बने, इसके लिए हर साल अप्रैल के पहले बुधवार को नेशनल वॉकिंग-डे भी मनाया जाता है।
सुबह – सुबह टहलने के फायदे के बारे में लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डॉ. दीपक मालवीय बताते हैं, ” अगर हम रोज सुबह टहलते हैं, तो हमारे शरीर का मेटाबॉलिज़्म ठीक रहता है। इससे शरीर में फैट एक जगह जमता नहीं है और ब्लड का सर्कुलेशन अच्छा रहता है। यह अांखों की रोशनी, दिल और दिमाग सबके लिए अच्छा होता है।”
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल की रिपोर्ट यह बताती है कि एक हफ्ते में 9 मील ( करीब 14 किमी) टहलने से असामायिक मृत्यु दर करीब 22 प्रतिशत कम हो जाती है। दिन में 30 मिनट टहलने से दिल की बीमारियां होने में 18 प्रतिशत कमी की संभावना होती है और सप्ताह में तीन घंटे टहलने से 34 से 35 प्रतिशत तक दिल का दौरा होने की संभावना नहीं होती है।
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (लखनऊ) के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. भूवन सी तिवारी बताते हैं, ” अगर कोई भी व्यक्ति रोज़ाना 45 मिनट तक टहलता है तो उसे दिल की नली में जमा होने वाले कोलेस्ट्रॉल की परेशानी नहीं रहती है। इसके अलावा ब्रेन स्ट्रोक और शुगर जैसी दिक्कते भी कम हो जाती हैं। यहां तक की दिल का दौरा होने की संभावना भी काफी हद तक दूर हो जाती है।”
अक्सर यह देखा जाता है कि लोगों का जब स्वास्थ्य बिगड़ता है, तो वे कुछ दिनों तक टहलने जाते हैं । लेकिन उसके बाद आलस के कारण वे यह करना छोड़ देते हैं। अगर हम कुछ समय तक टहलने के बाद वॉकिंग बंद कर देते हैं, तो शरीर में एक्सेस फैट यानि कि चर्बी पहले की तुलना में तेज़ी से बनने लगती है और हम जल्दी मोटे हो जाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि रोज़ाना दो किलोमीटर ज़रूर चलें।
आइए जानते हैं सुबह के समय टहलने के फायदों के बारे में-
दिल के संबंधित परेशानियां होती हैं दूर
सुबह के समय माहौल ताजगी से भरपूर रहता है और हवा में ऑक्सीजन की मात्रा अच्छी होती है। इससे शरीर में सांस लेने की प्रक्रिया सही तरीके से होती है। इससे दिल पर पड़ने वाला दबाव कम हो जाता है और दिल से संबंधित परेशानियां दूर हो जाती हैं।
मिलता है स्ट्रेस से छुटकारा
तनाव से छुटकारा पाने के लिए सुबह सुबह टहलना फायदेमंद माना जाता है । सुबह-सुबह टहलने से दिमाग पर ज़ोर कम पड़ता है और पूरा बल शरीर पर लगता है। इससे चिड़चिड़ाहट, तनाव व आलस बिलकुल खत्म हो जाता है और मन शांत रहता है।
हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे की नहीं रहती दिक्कत
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर की परेशानी है और आप चाह के भी अपना मोटापा कम नहीं कर पा रहे हैं, तो सुबह-सुबह टहलने से आपकी यह परेशानी दूर हो सकती है। रात के समय सोने के दौरान शरीर की मांसपेशिया सुस्त हो जाती हैं, ऐसे में सोने के बाद सुबह टहलने से मांसपेशियों में खून का बहाव सही तरीके से होता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या दूर हो जाती है। इसके साथ ही टहलने से शरीर से पसीना आता है, जो फैट को कम कर देता है और मोटापा कम होता है।
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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत
पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.
शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव
अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।
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