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एक दुल्हन जो दूल्हे को वरमाला पहनाने जा रही थी, लेकिन ये देख कर मुकर गई शादी से

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लखनऊ। यूपी के सरहरी एक दुल्हन से दूल्हे के साथ शादी करने से सिर्फ इसलिए इंकार कर दिया क्योंकि उसका रंग थोड़ा सांवला था। लड़के के घरवालों ने लड़की को बहुत समझाया लेकिन वो न मानी। लड़की के घरवालों ने भी इस मामले में लड़की का ही साथ दिया। इसके बाद लड़के पक्ष के लोगों को बेरंग होकर बरात को वापस ले जाना पड़ा।

मामला यूपी के सरहरी में चिलुआताल के अमवा चौहान टोला का है। यहां चिलुआताल थाना क्षेत्र के भगवानपुर चौहान टोला के रहने वाले रवीन्द्र चौहान पुत्र चेतई चौहान की शादी इसी थाना क्षेत्र के अमवा चौहान टोला निवासी राजकुमार की बेटी पुष्पा से तय हुई थी। इसी रविवार को लड़का पक्ष बारात लेकर पुष्पा के घर पहुंचा था।

स्वागत के बाद जयमाल का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। जयमाल के दौरान दुल्हन ने जब दूल्हे को देखा तो शादी से इंकार कर दिया। दुल्हन का कहना था कि उसे लड़के का सांवला रंग पसंद नहीं है। वर पक्ष को जब यह जानकारी हुई तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।

लड़की को मनाने की कोशिश शुरू हुई लेकिन वह शादी के लिए तैयार नहीं हुई। लड़की के घरवालों ने भी इस मामले में लड़की का ही साथ दिया। बाद में लड़के को बेरंग होकर बरात वापस ले जानी पड़ी।

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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