करियर
सरकार दे रही मेडिकल स्टोर खोलने के लिए 2.5 लाख रुपए और मुनाफे की गारंटी
अगर आप नौकरी करना नहीं चाहते, अपना खुद कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो आपको परेशान होने की कोई ज़रूरत नहीं है। आप मेडिकल स्टोर शुरू कर सकते हैं। इसके लिए सरकार 2.5 लाख रुपए के साथ-साथ मुनाफे की गारंटी भी देती है। मतलब नुकसान होने का कोई चांस ही नहीं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये सब तो ठीक है लेकिन लेकिन मुझे इसके इसका लाभ कैसे मिलेगा? तो आइये मैं आपको बताता हूं।
आपके लिए सरकारी मेडिकल स्टोर (जन औषधि केंद्र) खोलना ज्यादा फायदे का सौदा होगा। सरकार ने देशभर से इसके बारे में मिलने वाले फीडबैक के बाद स्टोर खोलने वालों को ज्यादा फायदा देने की तैयारी कर ली है। मेडिकल स्टोर खोलने पर अब सबको 2.5 लाख रुपए की सहायता मिलेगी, जो मंथली इंसेंटिव बेस पर दी जाएगी। इंसेंटिव दवा बेचने पर मिलने वाले कमिशन से अलग होगा।
इंसेंटिव तबतक दिया जाएगा, जबतक कि मेडिकल स्टोर खोलने वालों को 2.5 लाख रुपए न मिल जाएं। यानी दोहरा फायदा, एक तो दुकान खोलने के लगभग पूरे पैसे सरकार इंसेंटिव के रूप में दे देगी। वहीं, हर महीने 20 फीसदी कमिशन के अलावा अधिकतम 10 फीसदी या 10 हजार दोनों में से जो भी अधिक हो, इंसेंटिव देकर मुनाफे की भी गारंटी लेगी। सरकार की योजना आगे 2000 जनऔषधि केंद्र और खोलने की है, ऐसे में आप भी इस योजना का पूरा लाभ ले सकते हैं।
कैसे मिलेगा मदद
सरकार ने पहले जनऔषधि केंद्र खोलने पर 2.5 लाख रुपए की सरकारी सहायता देने का ऐलान किया था। लेकिन यह हेल्प किसी को अबतक मिल नहीं पा रही है। जनवरी से मार्च के दौरान कुछ लोगों को इंसेंटिव जरूर मिला था, लेकिन यह जारी नहीं हो पा रहा है। ऐसे में सरकार ने अब यह तय किया है कि दवा बेचने पर मिलने वाले 20 फीसदी कमिशन के अलावा अलग से 10 फीसदी इंसेंटिव दिया जाए। इसके लिए अब देशभर में पीओएस मशीन बांटे जाएंगे। वहीं, नई योजना से जो जुड़ेंगे, उन्हें हाथों-हाथ यह मशीन दिया जाएगा। पीओएस मशीन के जरिए हर महीने सरकार दुकान खोलने वाले के बैंक अकाउंट में इंसेंटिव डाल देगी।
सरकार की योजना है कि यी इंसेंटिव तब तक दिया जाए, जबअतक कि 2.5 लाख रुपए पूरे हो न जाएं। बता दें कि दवा की दुकान खोलने में भी तकरीबन 2.5 लाख रुपए ही खर्च होता है, ऐसे में यह पूरा खर्च सरकार खुद उठा रही है। हालांकि यह 10 हजार रुपए अधिकतम मंथली बेसिस पर मिलता रहेगा। यह इंसेंटिव 25 महीने तक मिलेगा।
कैसे होगी इनकम
- आप अपने सेंटर के जरिए महीने में जितनी दवाएं सेल करेंगे, उन दवाओं का 20 फीसदी आपको कमिशन के रूप में मिल जाएगा।
- इस हिसाब से अगर आपने महीने में 1 लाख रुपए की भी सेल की है तो आपको उस महीने 20 हजार रुपए कमिशन मिल जाएगा।
- ट्रेड मार्जिन के अलावा सरकार मंथली सेल पर 10 फीसदी इंसेंटिव देगी, जो आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगा। 1 लाख रुपए तक की सेल पर यह इंसेंटिव 10 हजार तक हो सकती है।
- इस तरह से दुकानदार को ट्रेड मार्जिन के अलावा इंसेटिव के रूप में डबल मुनाफा होगा। यानी अगर वह एक महीने में 1 लाख रुपए तक की भी दवा सेल करता है तो उसे मंथली 30 हजार रुपए तक इनकम होगी।
- इससे ज्यादा दवा बेचने पर उसी अनुपात में कमिशन बढ़ता जाएगा। इंसेंटिव 10 हजार से ज्यादा नहीं मिलेगा। इस तरह से सरकार कमिशन और इंसेंटिव के जरिए कमाई की भी गारंटी दे रही है।
कौन खोल सकता है?
- जनऔषधि सेंटर खोलने के लिए सरकार ने 3 कैटेगरी बनाई है।
- पहली कैटेगरी में कोई भी व्यक्ति, बेरोजगार फार्मासिस्ट, डॉक्टर, रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर स्टोर खोल सकेगा।
- दूसरी कैटेगरी में ट्रस्ट, एनजीओ, प्राइवेट हॉस्पिटल, सोसायटी और सेल्फ हेल्प ग्रुप को स्टोर खोलने का मौका मिलेगा।
- वहीं तीसरी कैटेगरी में राज्य सरकारों द्वारा नॉमिनेट की गई एजेंसी होगी।
- दुकान खोलने के लिए 120 वर्गफुट एरिया में दुकान होनी जरूरी है।
- सेंटर खोलने वालों को सरकार की ओर से 650 से ज्यादा दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
स्टोर खोलने के लिए आपके पास रिटेल ड्रग सेल करने का लाइसेंस जन औषधि स्टोर के नाम से होना चाहिए। आवेदन करने के लिए आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की जरूरत होगी। वहीं, संस्थान, एनजीओ, हॉस्पिटल, चैरिटेबल संस्था को आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पंजीयन प्रमाण पत्र की आवश्यकता होगी।
जो व्यक्ति या एजेंसी स्टोर खोलना चाहता है, वह https://janaushadhi.gov.in/ पर जाकर फार्म डाउनलोड कर सकता है। एप्लीकेशन को ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया (BPPI) के जनरल मैनेजर(A&F)के नाम से भेजना होगा। ब्यूरो ऑफ फॉर्मा पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ऑफ इंडिया का एड्रेस जनऔषधि की वेबसाइट पर और भी जानकारी उपलब्ध है।
करियर
उ.प्र.पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने जारी किया 2024 कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का रिजल्ट
लखनऊ। उ.प्र.पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने लंबे समय से प्रतीक्षारत एग्जाम के रिजल्ट की घोषणा कर दी है। जो उम्मीदवार इस भर्ती परीक्षा में शामिल हुए थे वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना परिणाम चेक कर सकते हैं। जानकारी दे दें कि इस भर्ती के लिखित परीक्षा में कुल वैकेंसी के ढाई गुना 1,74,316 उम्मीदवार सफल हुए हैं। रिजल्ट के साथ ही कटऑफ भी जारी किया गया है, जिसमें अनारक्षित वर्ग का कटऑफ 214.04644 है।
अब आगे क्या होगा?
पास उम्मीदवारों का फिजिकल टेस्ट और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन जनवरी 2025 के तीसरे हफ्ते में आयोजित होगा। यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में करीबन 48 लाख रजिस्टर थे जिसमें से लगभग 32 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी। गौरतलब है कि यूपी पुलिस कांस्टेबल के लिए लिखित परीक्षा 23, 24, 25 अगस्त और 30, 31 अगस्त को आयोजित की गई थी।
जारी की गई थी आंसर-की
इससे पहले 30 अक्टूबर को, बोर्ड ने फाइनल आंसर-की जारी की थी, जो 9 नवंबर तक uppbpb.gov.in पर डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध थी। बोर्ड ने इस दौरान 70 आपत्तियों को सही माना था।
-
नेशनल3 days ago
गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात
-
मनोरंजन3 days ago
असित मोदी के साथ झगड़े पर आया दिलीप जोशी का बयान, कही ये बात
-
छत्तीसगढ़3 days ago
CRPF 241 बस्तियां बटालियन पहुंचे सीएम विष्णु देव साय, जवानों को भोजन परोसा, बढ़ाया हौसला
-
प्रादेशिक3 days ago
कक्षा 12 के छात्रों ने शिक्षिका की कुर्सी के नीचे लगाया बम, कर दिया विस्फोट
-
वीडियो3 days ago
video: भगवान ऐसा दोस्त किसी को ना दे
-
अन्तर्राष्ट्रीय3 days ago
लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल बिश्नोई अमेरिका में गिरफ्तार, 10 लाख का था इनाम
-
उत्तराखंड2 days ago
उत्तराखंड सरकार ने भू-कानून के उल्लंघन पर अपनाया सख्त रुख