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उत्तराखंड

कहानी लिखिए और उत्तराखंड सरकार से एक लाख रुपए ले जाइए

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अगर आप चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड गए हुए हैं, तो यात्रा के साथ-साथ आपके पास एक लाख रूपए जीतने का भी सुनहरा मौका है।

उत्तराखंड पर्यटन विभाग आपके लिए एक शानदार प्रतियोगिता चारधाम हाइक नरेटिव कंपटीशन (  ) शूरू की है। यह प्रतियोगिता खासतौर पर चारधाम यात्रियों के लिए शुरू की गई है। इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले लोग अपना पंजीकरण पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर जाकर करवा सकते हैं।

चारधाम हाइक नरेटिव कंपटीशन-2018 का उद्देश्य है लोगों में दुनिया की सबसे पुरानी तीर्थ यात्रा (चारधाम यात्रा) को फिर से जीने और यात्रा से जुड़े अनुभवों को सबसे साझा करना है। इस प्रतियोगिता भाग ले रहे लोगों को रोचक तरीके से चारधाम यात्रा का पूरा वर्णन करना होगा। प्रतिभागी अपना आवेदन दिनांक छह जुलाई 2018 तक विभाग की वेबसाइट पर जाकर करा सकते हैं।

प्रतियोगिता में भाग ले रहे लोगों में से सबसे अच्छे पांच यात्रा वर्णन को विशेषरूप से सम्मानित किया जाएगा। 

प्रथम पुरस्कार – एक लाख रुपए

दूसरा पुरस्कार – 51,000 रुपए

तीसरा पुरस्कार – 21,000 रुपए

चौथा पुरस्कार ( केवल दृष्टिबाधित लोगों के लिए)  – 10,000 रुपए

पांचवां पुरस्कार ( केवल दिव्यांग लोगों के लिए )  – 10,000 रुपए

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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