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उत्तराखंड

पांच सगे भाइयों की है सिर्फ एक पत्नी, रोज़ एक भाई के साथ बनाती है संबंध

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देहरादून। शादियों को लेकर आपने कई खबरें सुनी होंगी कि किसी ने दो शादी की तो किसी ने तीन शादी की। अधिकतर ये ख़बरें पुरुषों को लेकर ही होती हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहें हैं जिसने एक या दो नहीं बल्कि पांच शादी की। इस महिला का नाम है रज्जो और ये उत्तराखंड की रहने वाली हैं। रज्जो ने एक परिवार में रहने वाले पांच सगे भाइयों से शादी की और सभी के साथ रहने लगी। रज्जो अपने सभी पतियों के साथ शारीरिक सम्बन्ध भी बनाती है। उनका एक बेटा भी है।

रज्जो मुस्लिम परिवार से संबंध रखती हैं इस कारण पांच व्यक्तियों से एक साथ शादी कर सकती है। रज्जो का कहना है कि वह जहां रहती हैं, वहां पर लड़कियों की संख्या कम है। इसी कारण से उनकी शादी एक ही घर के पांच भाइयों से करवा दी गई। उन्हें इससे कभी कोई परेशानी नहीं हुई। पांचो पति रज्जो की देखभाल करते हैं। पांचो के बीच कभी रज्जो को लेकर लड़ाई नहीं हुई। रज्जो हर पति को खुश रखती हैं। हर रोज वो एक पति के साथ रहती हैं।

रज्जो ऐसी अकेली लड़की नहीं है जिनकी शादी एक ही परिवार के दो या तीन लड़कों से करवा दी गई है। जहां लड़कियों का अनुपात लड़कों की अपेक्षा कम है वहां इस तरह के मामले देखने को मिलते हैं। उत्तराखंड के अलावा तिब्बत में भी लड़कियों के साथ ऐसा ही होता है।

उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का किया उद्घाटन

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देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल एवं रोजगार सम्मेलन का उद्घाटन किया। नीति आयोग, सेतु आयोग और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से राजधानी देहरादून में दून विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय कौशल एवं रोज़गार सम्मलेन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाएं प्रदेश के युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को बेहतर रोजगार मुहैया कराने की दिशा में सकारात्मक कदम उठा रही है।

कार्यक्रम में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इसे सरकार की ओर से युवाओं के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के तमाम बेरोजगार युवाओं को रोजगार देना है। मुख्यमंत्री ने कहा, “निश्चित तौर पर इस कार्यशाला में जिन विषयों पर भी मंथन होगा, उससे बहुत ही व्यावहारिक चीजें निकलकर सामने आएंगी, जो अन्य युवाओं के लिए समृद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी। हमें युवाओं को प्रशिक्षण देना है, जिससे उनके लिए रोजगार की संभावनाएं प्रबल हो सकें, ताकि उन्हें बेरोजगारी से निजात मिल सके।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में स्किल डेवलपमेंट का विभाग खोला था, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। इसके अलावा, वो रोजगार खोजने वाले नहीं, बल्कि रोजगार देने वाले बनें। अगर प्रदेश के युवा रोजगार देने वाले बनेंगे, तो इससे बेरोजगारी पर गहरा अघात पहुंचेगा। ” उन्होंने कहा, “हम आगामी दिनों में अन्य रोजगारपरक प्रशिक्षण युवाओं को मुहैया कराएंगे, जो आगे चलकर उनके लिए सहायक साबित होंगे।

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