Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

शैलजा हत्याकांड: फेसबुक से कोर्ट मार्शल तक पहुंची प्यार की कहानी, जानिए पूरी कहानी……

Published

on

Loading

हाल में हुए शैलजा हत्याकांड में मेजर निखिल राय हांडा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी हांडा के मुताबिक उसके और शैलजा के रिश्ते की शुरुआत झूठ के जरिए हुई थी। दोनों की दोस्ती फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर 2015 में शैलजा से दोस्ती की थी। तब उसकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में थी। उसने ऐसे ही यहां की तीन अन्य महिलाओं से भी दोस्ती की थी। वह खुद को बिजनेसमैन बताता था। कॉल डिटेल से पता चला कि मेजर निखिल हांडा ने शैलजा द्विवेदी को छह महीने में तीन हजार बार कॉल किए थे।

साभार – INTERNET

शैलजा हत्याकांड से एक दिन पहले रात 10.48 बजे अपने फेसबुक एकाउंट पर एक स्टेटस डाला था। सफेद सूट में मुस्कुराती फोटो को पोस्ट करते हुए शैलजा इस पर कैप्शन लिखा- जब आपकी जिंदगी में सारे रंग हों तो भी आपको यह याद रखना चाहिए कि चीजें ब्लैक और व्हाइट में ही आपके सामने आती हैं। इस स्टेटस को लिखने की प्रेरणा उनको अपनी फोटो से ही मिली होगी लेकिन क्या पता था कि उनकी उजली जिंदगी को सुबह कोई काला साया तबाह करने वाला है।

साभार – INTERNET

आरोपी हांडा ने पुलिस को बताया कि वह शैलजा को पसंद करने लगा था। और शैलजा भी उसे पसंद करने लगी थी। इसके बाद शैलजा को अपने नजदीक लाने के लिए आरोपी उसे अपनी पत्नी से अच्छे संबंध नहीं होने की झूठी कहानियां बताने लगा।

साभार – INTERNET

वही दूसरी ओर आरोपी की पत्नी ने मंगलवार को पुलिस में दिए गए बयान में बताया कि उसके और मेजर हांडा के बीच संबंध काफी अच्छे थे। उनका एक बेटा भी है। उसने भी एक बार अपने पति को शैलजा के साथ बातें करते हुए पकड़ा था, पर उसके बाद उनके पति ने उन्हें वादा किया था कि वह उससे दूरी बना लेंगे।

साभार – INTERNET

इस मामले में हत्या के आरोपी मेजर निखिल हांडा को गिरफ्तार कर लिया गया है। रविवार को निखिल को कोर्ट में पेश किया गया जहां से अदालत ने उसे चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।

साभार – INTERNET

मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट मनीषा त्रिपाठी ने मेजर निखिल हांडा को पुलिस हिरासत में भेज दिया। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि मेजर को हत्या में इस्तेमाल किये जाने वाले हथियार और उनके कपड़ों की बरामदगी के लिए उन्हें मेरठ ले जाना होगा।

साभार – INTERNET

शुरूआती दौर में पुलिस को यह सूचना मिली थी कि महिला की मौत सड़क हादसे में हो गयी है। बाद में जब उन्होंने शव का मुआयना किया तो यह पता चला कि महिला का गला रेता हुआ है। पुलिस ने आरोप लगाया कि आरोपी ने कथित रूप से कार का इस्तेमाल कर मृतक का चेहरा और शरीर कुचल दिया था ताकि यह सड़क हादसा प्रतीत हो।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending