Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

खेल-कूद

आईसीसी अध्यक्ष को बांग्लादेश की हार में साजिश का संदेह 

Published

on

Loading

मेलबर्न/नई दिल्ली| बांग्लादेश के क्रिकेट प्रशंसकों के बाद अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष बांग्लादेश के मुस्तफा कमाल ने आशंका जताई है कि आईसीसी विश्व कप-2015 के क्वार्टर फाइनल में अंपायरों ने जानबूझकर गलत अंपायरिंग कर भारतीय टीम को फायदा पहुंचाया। आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हालांकि इस तरह के आरोपों को खारिज कर दिया है। कमाल ने कहा था कि हो सकता है कि उनके देश को इस टूर्नामेंट से बाहर करने के लिए ऐसा किया गया हो। ढाका में एबीपी न्यूज के अनुसार कमाल ने कहा, “मैं इस पर कुछ भी साफ-साफ नहीं कह सकता लेकिन ऐसा लगता है कि जानबूझकर यह किया गया। मुझे पता है कि क्रिकेट में अंपायरों से अक्सर गलती होती है लेकिन भला एक साथ 10-12 फैसले किस प्रकार गलत हो सकते हैं।” कमाल के अनुसार, ऐसी अंपायरिंग देखकर वह खुद हैरान हैं। कमाल ने कहा, “मैं वहां मैदान में मौजूद था। जो भी हुआ वह मैंने देखा। एक मैच में इतनी सारी गलतियां नहीं हो सकतीं। इससे निश्चित रूप से प्रशंसक गुस्से में हैं।”

कमाल ने साथ ही कहा कि इस मुद्दे को आगामी आईसीसी की बैठक में उठाया जाएगा। कमाल के अनुसार, वह मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) में बड़े स्क्रिन पर भारत के पक्ष में लिखे नारों को भी देखकर हैरान थे जिसमें लिखा था, “जीतेगा भई जीतेगा, इंडिया जीतेगा।”  कमाल ने कहा कि यह आईसीसी के नियमों का उल्लंघन है और इसे देखकर ऐसा लग रहा था कि विजेता का फैसला मैच से पहले ही कर दिया गया हो। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) भी क्वार्टर फाइनल में हुए खराब अंपायरिंग की शिकायत आईसीसी में दर्ज कराएगी। इन आरोपों के बाद आईसीसी के मुख्य कार्यकारी डेविड रिचर्डसन ने हालांकि कहा कि कमाल ने यह बयान आईसीसी अध्यक्ष के तौर पर नहीं बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर दिया है।  रिचर्डसन ने कहा, “आईसीसी ने मुस्तफा कमाल की टिप्पणी पर गौर किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। मैचों की आलोचना करते समय उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि वह आईसीसी अध्यक्ष हैं। साथ ही उन्हें आईसीसी की ईमानदारी पर भी संदेह नहीं करना चाहिए। जहां तक नो बॉल पर विवाद का सवाल है तो खेल भावना के अनुसार अंपायर का फैसला आखिरी होता है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए।”

गौरतलब है कि गुरुवार को हार के बाद बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सैकड़ों प्रशंसक सड़कों पर निकल आए और अंपायरों का पुतला जताया। बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने भी कमाल के बयान का जवाब देते हुए कहा है कि भारत अपने दम से इस मैच को जीतने में कामयाब रहा। अनुराग ठाकुर ने कहा, “उन्होंने कुछ मुद्दे उठाए हैं और इसका उन्हें पूरा अधिकार है। उन्हें हालांकि उचित तरीके से अपनी बात उठानी चाहिए। वह आईसीसी के अध्यक्ष हैं और उन्हें वहां इस मुद्दे को सुलझाना चाहिए।” गौरतलब है कि सबसे बड़ा विवाद भारतीय पारी की 40वें ओवर में पैदा हुआ जब रुबेल हुसैल की एक गेंद पर 90 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे रोहित शर्मा का शॉट डीप क्षेत्र में सीमारेखा के पास कैच कर लिया गया। अंपायर ने हालांकि गेंद को कमर से ऊपर का हवाला देते हुए नो हॉल करार दिया।  टेलीविजन रिप्ले में हालांकि यह साफ हुआ कि वह गेंद नियमों के अनुरूप थी। रोहित ने यहां 137 रनों की पारी खेली।

 

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में भारतीय गेंदबाजों का कहर, बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया, 67 रनों पर गंवाए 7 विकेट

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पर्थ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया है। भारत के पहली पारी में 150 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम सात विकेट खोकर 67 रन ही बना पाई है। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही थी। तीसरे ही ओवर में बुमराह ने नाथन मैकस्वीनी को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 10 रन बना सके। इसके बाद बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को कोहली के हाथों कैच कराया, फिर अगली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। ख्वाजा आठ रन और स्मिथ खाता नहीं खोल सके। ट्रेविस हेड को डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने क्लीन बोल्ड किया। वह 11 रन बना सके। वहीं, मिचेल मार्श छह रन बनाकर मोहम्मद सिराज का शिकार बने। सिराज ने इसके बाद लाबुशेन को एल्बीडब्ल्यू किया। वह 52 गेंद में दो रन बना सके। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को भारतीय कप्तान बुमराह ने पंत के हाथों कैच कराया। वह तीन रन बना सके। फिलहाल एलेक्स कैरी 19 रन और मिचेल स्टार्क छह रन बनाकर नाबाद हैं। बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए, जबकि हर्षित राणा को एक विकेट मिला।

भारतीय पारी

पर्थ के मैदान पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम की एक बार फिर पोल खुल गई। 49.4 ओवर खेलकर ही भारत की पूरी टीम सिर्फ 150 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके। टीम इंडिया की शुरुआत ही बेहद खराब हुई। यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले ही मिचेल स्टार्क की गेंद पर पवेलियन लौट गए। देवदत्त पडिक्कल ने 23 गेंदों का सामना किया, लेकिन वो अपने नाम के आगे एक रन तक नहीं लिखवा सके। नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली से फैन्स को काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, विराट का किस्मत ने एक बार फिर साथ नहीं दिया और वह जोश हेजलवुड के हाथ से निकली बेहतरीन गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। भोजनकाल से पहले 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क ने के एल राहुल (26) को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।

लंच के बाद चार विकेट पर 51 रन के आगे खेलने उतरी भारतीय टीम दूसरे सेशन में 24.4 ओवर में मात्र 99 रन ही जोड़ पाई और बचे हुए बाकी विकेट गवां दिये। 59 के स्कोर पर भारतीय टीम को पांचवां झटका लगा। मिचेल मार्श ने ध्रुव जुरेल को मार्नस लाबुशेन के हाथों कैच आउट कराया। जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए।

इसके बाद वॉश‍िंगटन सुंदर मात्र चार रन बनाकर म‍िचेल मार्श की गेंद पर व‍िकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे। भारत ने छह विकेट गिरने के बाद ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने ऋषभ पंत के साथ छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। भारत को सातवां झटका ऋषभ पंत के रूप में लगा। वह 37 रन बनाकर पैट कम‍िंंस की गेंद पर दूसरी स्ल‍िप में खड़े स्टीव स्म‍िथ को कैच थमा बैठे।
इसके बाद हर्ष‍ित राणा मात्र 7 रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर मार्नस लॉबुशेन को कैच थमा बैठे। भारत का नौवां विकेट जसप्रीत बुमराह के रूप में गिरा, जो जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर कैरी को कैच थमा बैठे। वहीं आखिरी विकेट नीतीश रेड्डी का गिरा। रेड्डी को पैट कमिंस ने उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट कराया।

 

Continue Reading

Trending