प्रादेशिक
‘गोवा पंचायत चुनाव परिणाम पर घरवापसी, नन दुष्कर्म का असर’
पणजी | गोवा में सत्तारूढ़ गठबंधन मे साझेदार एक पार्टी ने दावा किया है कि गोवा जिला पंचायत चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाले सत्ताधारी गठबंधन का उम्मीद से कम प्रदर्शन के पीछे घरवापसी, मदर टेरेसा की छवि को ठेस पहुंचाना, देश में अल्पसंख्यक संस्थानों पर हमले और पश्चिम बंगाल में बुजुर्ग नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म जैसी घटनाएं रही हैं। गोवा जिला पंचायत चुनाव में भाजपा की सहयोगी दो पार्टियों में से एक, गोवा विकास पार्टी (जीवीपी) के संयोजक मिक्की पचेको ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ धार्मिक नेताओं ने भाजपा के खिलाफ प्रचार किया, जिससे दक्षिण गोवा जिला पंचायत में गठबंधन मुश्किल से ही जीत दर्ज पाया है, जबकि उत्तरी गोवा में यह सत्ता से एक सीट दूर रह गया है।
कैथोलिक बहुल क्षेत्र दक्षिण गोवा में सिर्फ दो सीटों पर जीत दर्ज कराने के बाद पचेको ने शुक्रवार को आईएएनस से कहा, “ये मुद्दे छाए रहे। चुनाव के दौरान घर वापसी, नन के साथ सामूहिक दुष्कर्म, मदर टेरेसा की छवि को नुकसान पहुंचाने और अन्य घटनाओं ने मतदाताओं के मस्तिष्क पर छाप छोड़ी और विपक्ष ने इसका जमकर लाभ उठाया।” राज्य की आबादी का 26 प्रतिशत हिस्सा कैथोलिक समुदाय का है। गोवा मंत्रिमंडल में अभिलेखागार एवं पुरात्तव मंत्री पचेको ने कहा कि कुछ धार्मिक नेताओं ने देश के कई हिस्सों में अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचारों पर पार्टी के मौन रहने का हवाला देते हुए भाजपा के खिलाफ मतदान करने के लिए फरमान भी जारी किया था।
पचेको ने कहा, “मैं इस मुद्दे पर भाजपा के साथ चर्चा करने जा रहा हूं। लेकिन हम यकीनन गठबंधन जारी रखेंगे। क्योंकि गोवा के लिए जीवीके के पास विकास का एक एजेंडा है।” गोवा के 50 से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में समान रूप से फैले दोनों जिला पंचायतों में से दक्षिणी गोवा जिला पंचायत में भाजपा और इसके गठबंधन साझेदार (महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी और जीवीपी) 25 सीटों में से बमुश्किल 13 सीटों पर जीत दर्ज कर पाए हैं। भाजपा का गढ़ समझे जाने वाले उत्तरी गोवा में सत्तारूढ़ गठबंधन 25 में से केवल 12 सीटों पर जीत दर्ज करा पाया। उत्तरी गोवा जिला पंचायत में सत्ता पाने के लिए भाजपा गठबंधन को अब कम से कम एक निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थन की जरूरत होगी।
पिछले महीने राज्य की भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने पंचायत चुनाव पार्टी की तर्ज पर कराने का फैसला किया, जिसके बाद कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया था। भाजपा के लचर प्रदर्शन की वजह से पार्टी के भीतर मतभेद बढ़ गए हैं। गोवा के उपमुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने शुक्रवार को स्पष्ट जीत हासिल नहीं कर पाने के लिए पार्टी नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया था।
IANS News
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।
विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य
महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।
अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।
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