नेशनल
राहुल गांधी हैं पहले से शादीशुदा, जीवनसाथी का नाम सुनकर चौंक जाएंगे आप!
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अक्सर अपने बयानो की वजह से सुर्खियों में आ जाते हैं। लोकसभा के मानसून सत्र में पीएम मोदी को गले लगाने के बाद आंख मारने की वजह से खूब सुर्खियां बटोरी थी। राहुल एक बार कुछ ऐसा कह दिया है जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। राहुल ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने पार्टी के साथ विवाह किया है। उन्होंने यह टिप्पणी संपादकों के साथ बातचीत के दौरान की। इस दौरान उनसे उनकी शादी की योजना के बारे में पूछा गया था।
दो दिवसीय हैदराबाद दौरे के दौरान राहुल ने कहा,”नरेंद्र मोदी 2019 में प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे।” उन्होंने पूर्वानुमान लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 230 सीटें तक नहीं जीत पाएगी जिसके कारण मोदी के दोबारा से प्रधानमंत्री बनने का सवाल ही पैदा नहीं होता। भाजपा नेतृत्व उत्तर प्रदेश और बिहार में गैर भाजपाई दलों के साथ गठबंधन नहीं करने की प्रारंभिक रूप से बात जाहिर कर चुका है।
कांग्रेस और अन्य गैर भाजपा दलों के बहुमत पाने की स्थिति में प्रधानमंत्री कौन होगा के सवाल पर कांग्रेस अध्यक्ष कन्नी काटते हुए नजर आए। उन्होंने कहा कि वह इस पर कार्य कर करेंगे।
राहुल ने कहा कि पार्टी की राज्य इकाइयां समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन के लिए मुक्त हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि तेलंगाना में कांग्रेस सत्ता पर काबिज होगी।
आंध्र प्रदेश के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि पार्टी यहां अपनी स्थिति में सुधार कर रही है। 2014 में यहां कांग्रेस को खाली हाथ रहना पड़ा था।
उन्होंने देश में बढ़ती असहिष्णुता पर अपनी आवाज बुलंद की। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने किसानों की समस्याओं और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मोदी सालाना दो करोड़ रोजगार मुहैया कराने के अपने वादे में विफल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश
संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट
संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.
कैसे भड़की हिंसा?
24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.
दावा क्या है?
हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.
किस आधार पर हो रहा है दावा?
दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.
किस आधार पर हो रहा है विरोध?
अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.
संभल का धार्मिक महत्व
शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.
इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.
धार्मिक विश्लेषण
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.
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