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प्रादेशिक

यमन में फंसे भारतीयों के लिए कंट्रोल-रूम स्थापित

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तिरुवनंतपुरम। यमन में लगातार बढ़ रहे आंतरिक संघर्ष और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों के बंद होने के बाद केरल सरकार ने वहां फंसे भारतीय नागरिकों के लिए दिल्ली और तिरुवनंतपुरम में दो नियंत्रण कक्ष शुरू किए। केरल के एक मंत्री ने यह जानकारी दी। केरल में रह रहे लोग मदद के लिए 18004253939 नंबर पर कॉल कर सकते हैं, तथा देश से बाहर रह रहे भारतीय नागरिक 0914712333339 नंबर पर कॉल कर सकते हैं। यमन में काम करने वाले भारतीय नागरिक ईमेल के जरिए भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं। ये ईमेल हैं- एएमबी डॉट सना एट एमईए डॉट गोव डॉट इन, एचओसी.सना एट एमईए डॉट गोव डॉट इन और मेल एट नोरकारूट्स डॉट नेट।

प्रवासी मामलों के मंत्री केसी जोसेफ ने गुरुवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यमन, इराक और लीबिया जैसे संघर्ष वाले देशों में काम कर रहे लोग समय रहते चौकन्ने नहीं होते। जोसेफ ने कहा, “इसी महीने की शुरुआत में भारतीय दूतावास ने यमन में भारतीय नागरिकों के लिए ‘ओपन हाउस’ खोलने की घोषणा की थी जहां वे आराम से स्वदेश वापसी के लिए अपना पंजीकरण करा सकते थे। लेकिन तब कोई भी नहीं आया। अब लोग वापस आना चाहते हैं, लेकिन हमें बताया गया है कि यमन में अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे बंद कर दिए गए हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “यह नियंत्रण कक्ष इसलिए स्थापित किया गया है, क्योंकि हमारे पास यमन में रह रहे भारतीय नागरिकों के रिश्तेदारों के फोन आ रहे हैं। सबसे बड़ी समस्या यह है कि केंद्र सरकार या राज्य सरकार के पास यमन में रह रहे भारतीय नागरिकों की संख्या के बारे में कोई आंकड़ा नहीं है। आज मैंने यमन में रह रहे कुछ लोगों से बात की। उन्होंने बताया कि वहां बम से हमले हो रहे हैं और वे वापस भी नहीं लौट सकते।”

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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