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मिशन 2019 : मध्‍य प्रदेश के बाद अब महाराष्ट्र का बड़ा सर्वे आया सामने, इस पार्टी का पलड़ा भारी

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अपने देश में राजनीति आजकल टॉप ट्रेंडिंग टॉपिक है। आगामी लोकसभा चुनाव 2019 के लिए तमाम सर्वे सामने आ रहे हैं। 2019 में ऊंट किस करवट बैठेगा यह जानने के लिए हर कोई बेचैन है। आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी मैजिक चलेगा या महागठबंधन भारी पड़ेगा यह जानना हर कोई चाहता है।

जैसे जैसे लोकसभा चुनाव 2019 नजदीक आ रहा है वैसे वैसे तमाम तरह के सर्वे रिपोर्ट रोज मीडिया में आ रही है। हाल फिलहाल एक और सर्वे सामने आई है जिसमें काफी चौकाने वाले नतीजे देखने को मिल रहे हैं।

एक नामी न्‍यूज चैनल के महाराष्ट्र में हुए इस सर्वे में 19662 लोग शामिल हुए थे और अलग-अलग मुद्दों पर मुख्य सवाल पूछे गए। इस सर्वे के आये परिणाम बीजेपी के लिए बहुत ही अच्‍छी खबर लेकर आए हैं।

बताते चलें कि इस सर्वे में 31% वोट शेयर के साथ बीजेपी को लोगों ने पसंद किया। वहीं कांग्रेस को 24% शिवसेना को 19% तथा 15% वोट शेयर मिलने का अनुमान है। वहीं इन तीनो राज्‍यों में पीएम की पहली पसंद नरेंद्र मोदी ही हैं लेकिन राज्‍यो की सरकार के प्रति जनता में साफ उदासीनता देखी जा सकती है।

 

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 रुपये के बदले देना पड़ेगा 35,453 रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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