Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

मिजोरम में बार-बार राज्यपाल बदलने के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे छात्र

Published

on

Loading

आइजॉल| मिजोरम में बार-बार राज्यपाल बदलने के खिलाफ मिजोरम के छात्र संगठनों ने अगले सप्ताह यहां विरोध प्रदर्शन आयोजित करने का फैसला किया है। यह जानकारी मंगलवार को जारी एक बयान से प्राप्त हुई। कांग्रेस शासित मिजोरम में पिछले आठ महीनों में सात राज्यपाल नियुक्त किए जा चुके हैं।

राज्य में छात्र संगठनों की शीर्ष संस्था, मिजो जिरलाइ पॉल (एमजेडपी) या मिजो स्टूडेंट्स फेडरेशन (एमएसएफ) ने यहां विरोध प्रदर्शन आयोजित करने और केंद्र सरकार के कार्यालयों की घेराबंदी करने की घोषणा की है। इसके साथ ही संगठन ने नौ और 10 अप्रैल को राज्य में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन आयोजित करने की भी घोषणा की है।

एमजेडपी के महासचिव रामदीनलियाना रेंथलेई ने कहा, “मिजोरम में लगातार राज्यपालों की बर्खास्तगी और उनके तबादले अपमानजनक हैं। इससे यह पता चलता है कि केंद्र सरकार मिजोरम को कितना नीचा देख रही है।”

उन्होंने कहा, “एमजेडपी इस तथ्य को स्वीकार नहीं कर सकता कि केंद्र सरकार जिन राज्यपालों को पसंद नहीं करती या उनसे इस्तीफा चाहती है, उन्हें इस राज्य में लाकर पटक दे। हमारा राज्य कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां आप उन लोगों को लाकर पटक दें, जिन्हें कचरा समझते हों।”

एमजेडपी ने कहा कि केसरी नाथ त्रिपाठी जब यहां शपथ ग्रहण के लिए पहुंचेंगे तो राजभवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मिजोरम के राज्यपाल अजीज कुरैशी को शनिवार को बर्खास्त किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी को मिजोरम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

बयान में कहा गया है, “एमजेडपी आईजोल में स्थित केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों का घेराव करेगा और कर्मचारियों को इमारतों में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। जिन इमारतों में केंद्र सरकार के कार्यालय हैं, उन सभी पर काले झंडे फहराए जाएंगे।”

राष्ट्रपति मुखर्जी 10 अप्रैल को मिजोरम विश्वविद्यालय के नौंवे वार्षिक दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।

 

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

Published

on

Loading

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

Continue Reading

Trending