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बीजेपी प्रत्याशी ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर दिया विवादित बयान

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लखनऊ। 2019 के लोकसभा चुनाव में नेताओं के विवादित टिप्पणियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस कड़ी में बलिया लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी और भदोही से सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर विवादित बयान दे दिया।

वीरेंद्र ने कहा कि ‘किसान खाता भी है और खिलाता भी है। मैंने पीएम मोदी से कहा कि वो किसानों के लिए भी सरकारी नौकरी की तरह 60 साल की उम्र के बाद पेंशन योजना लागू करें।

उन्होंने कहा, “मैंने मोदी से कहा कि किसानों को सालाना 12 हजार रुपये खेती के लिए मिलना चाहिए तो मोदी ने बजट का हवाला देकर 6 हजार देने का ऐलान कर दिया।”

वीरेंद्र ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पैसा जो किसानों को मिल रहा है वो मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के बाप का पैसा नहीं है, यह आपका पैसा है।

माना जा रहा है कि बीजेपी सांसद ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेताओं की आलोचना करके विपक्ष को हमलावर होने का एक और मौका दे दिया है। बलिया के स्थानीय विपक्षीय नेता वीरेंद्र सिंह के बयान को जरूर चुनावों में उछाल सकते हैं।

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महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

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मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

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