Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

लोकसभा चुनाव रिजल्ट से पहले फिर बनने लगा महागठबंधन, मुलाकातों का दौर हुआ तेज

Published

on

Loading

नई दिल्ली। 17वीं लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है।

23 मई को चुनाव परिणाम आने से ठीक पहले किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने की सूरत में विपक्षी नेताओं ने अपने स्तर पर ‘मिशन सरकार’ पर काम करना शुरू कर दिया है।

तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने विपक्षी नेताओं को एकजुट करने की सभी दलों के नेताओं से मिलना शुरू कर दिया है।

दक्षिण के 2 बड़े नेता मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और टीआरएस अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव विपक्ष को एकजुट करने के झंडाबरदार बनकर सामने आए हैं।

नायडू शनिवार सुबह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। राहुल से मुलाकात के बाद वो मायावती और अखिलेश से मिलने के लिए लखनऊ रवाना हो जाएंगे।

महागठबंधन की चर्चा इस लिए भी जोरों पर क्योंकि पिछले दिनों कांग्रेस ने यह साफ कर दिया था कि बीजेपी को सत्ता से रोकने के लिए वह हर फॉर्मूले पर राजी है।

नायडू के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी क्षेत्रीय दलों को एकजुट करने में जुटे हैं। इसके लिए केसीआर पिछले दिनों केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन से मुलाकात कर चुके हैं।

विजयन के अलावा केसीआर सोमवार चेन्नई जाकर डीएमके नेता एमके स्टालिन से भी मिले। हालांकि बैठक सफल नहीं रही और डीएमके ने कांग्रेस का साथ छोड़ने से इंकार कर दिया।

अब देखना यह होगा कि 23 मई को चुनाव परिणाम आने से पहले विपक्षी दल एकजुट हो पाते हैं या रिजल्ट के बाद किसी और फॉर्मूले पर विचार होता है।

नेशनल

महाराष्ट्र में बोले अमित शाह- शरद पवार की चार पुश्तें भी जम्मू-कश्मीर में धारा 370 वापस नहीं ला सकती

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र के सांगली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी, कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी गठबंधन पर जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कहा, “मैं एमवीए वालों से पूछने आया हूं कि औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर होना चाहिए या नहीं?

अमित शाह ने आगे कहा, ”अभी-अभी जम्मू कश्मीर के असेंबली में मीटिंग हुई, नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस पार्टी ने भी एक संकल्प किया कि धारा 370 वापस लाइए, कश्मीर जो है भारत का अभिन्न यंग नहीं है। मैं आज संभाजी महाराज की भूमि पर कह कर जा रहा हूं- शरद पवार साहब, चाहे आपकी चार पुश्ते भी आ जाएं, हम धारा 370 को वापस नहीं आने देंगे।”

अमित शाह यहीं पर नहीं रुके। उन्होंने राम मंदिर का जिक्र करके कांग्रेस पार्टी पर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 75 साल से राम मंदिर को लटका रही थी। राहुल गांधी अयोध्या नहीं गए, उन्हें वोट बैंक से डर लगता है। हम बीजेपी वाले उस वोट बैंक से नहीं डरते हैं. हमने काशी विश्वनाथ का कॉरिडोर भी बनाया, सोमनाथ का मंदिर भी सोने का बन रहा है। उन्होंने आगे कहा कि यहां पर तुष्टिकरण की राजनीति चल रही है, इसे रोकने का एकमात्र रास्ता बीजेपी की सरकार है। महायुति की सरकार है।

 

Continue Reading

Trending