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नेशनल

नहीं खत्म हुई उम्मीद, इसरो के पूर्व वैज्ञानिक बोले-ऑर्बिटर के साथ अभी भी संपर्क में है विक्रम लैंडर

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नई दिल्ली। चंद्रमा पर लैंडिंग से महज कुछ सेकेंड पहले चंद्रयान-2 अपना रास्ता भटक गया और इसरो केंद्र से विक्रम लैंडर का संपर्क टूट गया। इस बीच इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डी ससीकुमार का बड़ा बयान सामने आया है।

सीसीकुमार ने संभावना जताई है कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर से संपर्क क्रैश लैंडिंग के कारण नहीं टूटा होगा। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है, ये क्रैश लैंडिंग नहीं थी क्योंकि लैंडर और ऑर्बिटर के बीच का संपर्क चैनल अब भी चालू है।”

ससीकुमार ने आगे कहा कि जो संपर्क डाटा खो गया है उसका फिलहाल विश्लेषण किया जा रहा है। बता दें कि चंद्रयान शुक्रवार देर रात लैंडिंग से महज 2 किलोमीटर पहले कहीं खो गया।

हालांकि वैज्ञानिकों की उम्मीद अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। इसरो की ओर से भेजा गया ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा का चक्कर लगा रहा है। अब सारी जिम्मेदारी ऑर्बिटर के ऊपर है। ऑर्बिटर इस समय चांद से करीब 100 किलोमीटर ऊंची कक्षा में चक्कर लगा रहा है।

नेशनल

पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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