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प्रादेशिक

राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ में शुरू हुई वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता

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लखनऊ। राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ में मंगलवार को वार्षिक खेलकूद, वाद विवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम एंव मॉडल प्रदर्शनी का उद्घाटन उत्तर प्रदेश की प्राविधिक शिक्षा मंत्री कमल रानी वरुण द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में पूर्व निदेशक प्राविधिक शिक्षा (उ.प्र) एस.एस राम, पूर्व संयुक्त निदेशक प्राविधिक शिक्षा शैलेंद्र प्रताप, संयुक्त निदेशक मध्य क्षेत्र के. राम सहित कई उच्चाधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान प्रधानाचार्य डॉ. आर.के. सिंह ने मुख्य अतिथि सहित वहां मौजूद सभी विभागीय अधिकारियों का अभिनंदन किया।

 

मंगलवार को खेलकूद प्रतियोगिता के पहले दिन 400 मीटर रेस में विद्युत अभिनियंत्रण प्रथम वर्ष की छात्रा अनिशा सिंह ने पहला स्थान हासिल किया, वहीं मैकेनिकल ऑटो द्वितीय वर्ष की छात्रा खुशनुमा बानों दूसरे और सिविल द्वितीय वर्ष की छात्रा पुनीता चौधरी तीसरे स्थान पर रही।

इससे पहले उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि ने छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए तकनीकी मॉडलों का अवलोकन करते हुए छात्र-छात्राओं का खूब प्रोत्साहन किया, साथ ही छात्रों को अपनी अंतर्मुखी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए भी बढ़ावा देने पर जोर दिया।

कमल रानी ने छात्राओं द्वारा दी गई नृत्य प्रस्तुति एंव रंगोली प्रस्तुति की भी खूब सराहना की, साथ ही छात्रों को सेवायोजन के क्षेंत्र में और अधिक समर्पण और बल देने का सुझाव भी दिया जिससे आने वाले समय में छात्रों के सेवायोजन का प्रतिशत बढ़ सके और छात्र ज्यादा संख्या में स्वावलंबी हो सके।

मुख्य अतिथि ने छात्राओं के लिए छात्रावासों में लगवाई गई नैपकिन वेंडिंग मशीन के लिए प्रधानाचार्य डॉ. आर.के सिंह को बधाई दी, साथ ही परिसर को स्वच्छ तथा हरा भरा बनाए बनाए रखने पर प्रसन्नता भी जाहिर की। मॉडल प्रदर्शनी में छात्रों द्वारा दिखाई गई तकनीकी प्रतिभा की प्रशंसा की। इस कार्यक्रम का संचालन फिजिक्स के व्याख्याता आर.के वर्मा द्वारा किया गया।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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