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अन्तर्राष्ट्रीय

इन बर्तनों में चाह कर भी नहीं धुस पाता कोरोना, तड़पकर हो जाती है वायरस की मौत!

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नई दिल्ली। दुनिया के 148 देशों को अपनी चपेट में ले चुका कोरोना वायरस भारत में भी तेजी से फैल रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 128 हो गई है।

कोरोना वायरस फैलने के बाद से लोग अपने आसपास की हर चीज को छूने से पहले दस बार सोच रहे हैं कि कहीं उसमें कोरोना वायरस न हो। क्योंकि यह बात तो पहले ही प्रमाणित हो चुकी है कोरोना वायरस निर्जीव वस्तुओं पर भी 9 दिन तक जिंदा रह सकता है। ऐसे में किस वस्तु को छुएं या नहीं, यह जान पाना बेहद मुश्किल है।

लेकिन दावा किया जा रहा है कि तांबे की वस्तुओं को आप छू सकते हैं क्योंकि तांबे की धातु से बने बर्तनों और सामानों में कोरोना वायरस मर जाता है।

ये है सच्चाई…

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि तांबा यानी कॉपर इकलौता धातु है जो किसी भी बैक्टीरिया को संपर्क में आते ही मिनटो में मार देता है। आयुर्वेद में भी यह बात प्रमाणित है कि तांबे में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं। साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

2015 में यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्पटन ने एक शोध कर कहा था कि तांबा रेस्पिरेटरी वायरस (फेफड़ों को संक्रमित करने वाले वायरस) से बचा सकता है। रेस्पिटेरी वायरस जैसे – सार्स (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) और मर्स (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम)।

यूनिवर्सिटी ऑफ साउथहैम्पटन के शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि जीव-जंतुओं से इंसानों में आने वाले कोरोना वायरस 229E को भी तांबा मार सकता है। बता दें कि हम यहां दुनियाभर में फैले कोविड-19 कोरोना वायरस की बात नहीं कर रहे है। यह वायरस बाकी वस्तुओं की सतह पर कई दिनों तक जी सकता है लेकिन तांबे की सतह पर यह तुरंत मर जाता है।

लेकिन इस समय फैले कोविड 19 कोरोना वायरस तांबे के संपर्क में आते ही मरता है या नहीं फिलहाल इसकी जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन वैज्ञानिक इस पर अभी शोध कर रहे हैं।

अमेरिकन सोसाइटी ऑफ माइक्रोबायलॉजी में प्रकाशित एक लेख के अनुसार यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड की शोधकर्ता रीटा आर. कॉरवेल ने कोरोना वायरस (कोविड-19 नहीं) का विभिन्न सतहों पर अध्ययन किया है। इन्होंने अपने अध्ययन में पाया कि पुराने कोरोना वायरस तांबे की सतह पर आते ही मर जाते हैं या फिर निष्क्रिय हो जाते हैं। कुछ लोग तो नहाने के लिए तांबे का बाथ टब उपयोग करते हैं।

रीटा आर. कॉरवेल ने बताया कि तांबे की सतह के संपर्क में आते ही पुराने कोरोना वायरस का जीनोम नष्ट हो जाता है। इसके अलावा वायरस के बाहरी हिस्से में निकले कांटे जैसे ढांचे टूटने लगते हैं। उसकी बाहरी लेयर नष्ट हो जाती है। अब देखना ये है कि क्या कोविड-19 कोरोना वायरस को तांबा मार सकता है?

अन्तर्राष्ट्रीय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी से की मुलाकात

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ब्राजील। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (स्थानीय समय) को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अपने इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं ने सांस्कृतिक और पब्लिक टू पब्लिक रिलेशन को मजबूत करने सहित व्यापार, निवेश और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि, रियो डी जनेरियो जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर प्रधान मंत्री जियोर्जिया मेलोनी से मुलाकात करके खुशी हुई। हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में संबंधों को गहरा करने पर केंद्रित थी। हमने इस बारे में भी बात की कि संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत-इटली मित्रता एक बेहतर ग्रह के निर्माण में बहुत योगदान दे सकती है।

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