Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

‘सेल्फी विद स्माइल’ के ज़रिए कोरोना को मायूस कर रहा सरल केयर फाउंडेशन

Published

on

Loading

लखनऊ । सरल केयर फाउंडेशन ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर 21 दिन लॉक डाउन को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान चला रहा है।

इस अभियान में विश्व स्तर पर फैली “कोरोना वायरस” बीमारी के खिलाफ लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है। “लोक डाउन” के 21 आराम से कट सके इसलिये लोगो को घर मे रहते हुए अपनी रचनात्मकता दिखाने का अवसर दिया जा रहा है। केवल घर के बड़े लोग ही नही सबसे बड़ी संख्या में बच्चो ने इसमे हिस्सा लिया।

सोशल मीडिया के सहारे प्रचार अभियान

सरल केयर फाउंडेशन की प्रेसीडेंट रीता सिंह ने बताया कि “संस्था के फेसबुक और वट्सअप ग्रुप में शामिल लोगों को हर दिन एक नया टॉपिक दिया जाता है। टॉपिक के अनुसार लोग इसमे प्रतिभाग करते है। सभी प्रतिभागियों के फोटो संस्था के पेज पर पोस्ट करके इनका उत्साह बढ़ाने का काम किया जाता है।”

विभिन्न प्रतियोगिताओ का आयोजन

रीता सिंह ने बताया कि अब तक “फेमली संग फोटो”, “अपनी कविता अपने स्वर”, “कोरोना के खिलाफ पेंटिंग”, “सेल्फी विद स्माइल”, “कोरोना से बचाव के लिए स्लोगन राइटिंग”, “मास्क लगा कर कोरोना से बचाओ अभियान”, “कोरोना से बचाव में हैंडवाश अभियान”, “कोरोना से बचाव में फिटनेस अभियान” और “कोरोना से बचाव में सेनेटाइजर अभियान” प्रमुख हैं।

हर दिन नया अभियान

रीता सिंह ने बताया कि संस्था का प्रयास है कि लोग अपने घरों में रहते हुए भी समाज से जुड़े रहे। इस समय सोशल मीडिया की भूमिका बहुत उपयोगी है। इसका प्रयोग करके केरोना के खिलाफ जागरूकता फैलाई जा सकती है। लोग अपने घरों में तनावग्रस्त ना हो इस लिए उनको सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म का उपयोग करके आपस मे जोड़ा जा सके। संस्था का प्रयास है कि लोक डाउन के 21 दिन हर दिन एक नए रचनात्मक कार्य को किया जा सके और दूसरे लोगो को इसके जरिये आगे किया जा सके। लोगो की बहुमुखी प्रतिभा से सभी को अवगत कराया जा सके।

कोरोना को हराना है हमने मन मे ठाना है

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 21 दिन लॉक डाउन के आह्वान को सफल बनाने के लिए “सरल केयर फाउंडेशन” ने इस दौरान द्वारा 21 दिन तक ”ऑन लाइन जागरूकता अभियान” की शुरूआत की । जिंसमे हर दिन एक नई एक्टिविटी का आयोजन किया जाता है।

03 अप्रैल 2020 को लोगो ने “कोरोना वायरस” के खिलाफ जागरुकता के लिए एक वीडियो मेसेज देने का काम किया। इस मेसजे मे बच्चे और बड़े सभी लोगो ने हिस्सा ले कर कहा कि “करोना को हराना है हमने मन मे ठाना है स्टे एट होम’.

 

 

जागरूकता अभियान :

“कोरोना वायरस” कई तरह से लोगो को परेशान कर रहा है. 21 दिन घर मे रहना मानसिक तनाव का कारण बन रहा है। घरों में कैद हो गए बड़े और बच्चे दोनो ही मानसिक दबाव में है. बच्चे भी परेशान है।

परिवार तनाव और दबाव और तनाव से दूर रहे इसके लिये “सरल केयर फाउंडेशन” ने अपने वट्सअप ग्रुप में एक रचनात्मक कार्यों की मुहिम शुरू की है। जिसमें हर दिन एक नई “ऑन लाइन एक्टिविटी” आयोजित की जाती है। हर शाम दिन भर की प्रतियोगिता के फोटो या वीडियो सरल केयर के पेज पर अपलोड किये जाते है जिससे प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वालों को हौसला अफजाई हो सके।

भाग लेने वाले प्रमुख लोग :

03 अप्रैल 2020 को कोरोना के खिलाफ वीडियो से संदेश देने वालो में स्वरा त्रिपाठी, संजीव गुप्ता, पर्निका श्रीवास्तव, उर्वी पांडेय, सुराभी शर्मा, काव्यंजली सिंह चौहान, मनोज सिंह चौहान, अनिका सक्सेना, मायरा अग्रवाल, संचिता, सुभाष मिश्रा, रचना अग्रवाल, रीता सिंह, शिखा उपाध्याय, रेनू अग्रवाल, शरद अग्रवाल, रोहन वर्मा, दीप्ति अग्रवाल, रुद्र सिंह, सबूरी सक्सेना, शिखा शुक्ला, आशिका जैन, स्वाति अहलूवालिया, सुनीता राय, संजोली पांडेय और दीपिका अग्रवाल प्रमुख थे।

 

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending