Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

अमर सिंह ने आरएसएस को दान कर दी थी अपनी करोड़ों की पैतृक संपत्ति

Published

on

Loading

नई दिल्ली। पूर्व समाजवादी पार्टी नेता व राज्यसभा सदस्य अमर सिंह का सिंगापुर के अस्पताल में निधन हो गया। वो 64 वर्ष के थे। याभर सिंह पिछले काफी समय से किडनी की समस्या से जूझ रहे थे।अपने जीवन के आखिरी वक्त से कुछ साल पहले उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी संस्था सेवा भारती संस्थान को उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ स्थित अपनी करोड़ों की पैतृक संपत्ति दान कर दिया था।

दरअसल, अमर सिंह ने अपनी करोड़ों की पैतृक संपत्ति आरआरएस से जुड़ी संस्था सेवा भारत को अपने पिता की याद में दान कर दिया था। जब से उनके पिता की मौत हुई थी, उसके बाद से ही उनका वह पैतृक संपत्ति वीरान पड़ा रहता था। अमर सिंह की ओर से दान की गयी संपत्ति की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये बतायी जा रही है।

खुद अमर सिंह ने वर्ष 2018 में इस बात की पुष्टि करते हुए कहा था कि संघ एक बड़ी संस्था है। उसे कुछ दान देना बहुत छोटी बात होगी। मेरे स्वर्गीय पिता की याद में मेरी संपत्ति को देकर मैंने समाज की सेवा के प्रयासों में योगदान करने की कोशिश की है।

नेशनल

महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हार पर बोलीं कंगना रनौत, उनका वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था

Published

on

Loading

मुंबई। महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन को मिली प्रचंड जीत ने विपक्षी गठबंधन महा विकास अघाड़ी में शामिल पार्टियों को चारों खाने चित कर दिया है। महाराष्ट्र में पार्टी की प्रचंड जीत पर बीजेपी की सांसद कंगना रनौत काफी खुश हैं। वहीं, उद्धव ठाकरे की हार पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कंगना ने कहा कि महिलाओं का अपमान करने की वजह से उनका ये हश्र हुआ है। मुझे उनकी हार का अनुमान पहले से ही था।

कंगना रनौत ने कहा, “मुझे उद्धव ठाकरे की हार का अनुमान पहले ही था। जो लोग महिलाओं का अपमान करते हैं, वे राक्षस हैं और उनका भी वही हश्र हुआ जो ‘दैत्य’ का हुआ था। वे हार गए, उन्होंने महिलाओं का अपमान किया। मेरा घर तोड़ दिया और मेरे खिलाफ अपशब्दों का भी इस्तेमाल किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि वे सही और गलत की समझ खो चुके हैं।

बता दें कि कंगना रनौत और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के बीच 2020 में तब कड़वाहट भरी झड़प हुई थी, जब तत्कालीन अविभाजित शिवसेना के नेतृत्व वाली बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उनके बांद्रा स्थित बंगले में कथित अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया था। अपने बंगले में तोड़फोड़ की कार्रवाई से पहले रनौत ने यह भी कहा था कि उन्हें “मूवी माफिया” से ज्यादा मुंबई पुलिस से डर लगता है और उन्होंने महाराष्ट्र की राजधानी की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से की थी।

Continue Reading

Trending