Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य सड़क प्रबंधन समिति के अधिकारियों के साथ की वर्चुअल बैठक

Published

on

Loading

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री  केशव प्रसाद मौर्य ने ग्रामीण सड़कों के रखरखाव, नवीनीकरण व चैड़ीकरण आदि पर विशेष रूप से फोकस किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, शहरों, कस्बों आदि में बाईपास बनाने की कार्य योजना बनाई जाए। श्री केशव प्रसाद मौर्य आज राज्य सड़क प्रबंधन समिति की वर्चुअल बैठक में अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए।
बैठक में प्रबंधन समिति के सदस्यों से भी सड़क निर्माण कार्यों के बारे में सुझाव लिए गए। राज्य सड़क निधि के अंतर्गत वर्ष 2021-22 की कार्य योजना में प्राविधानित 3000 करोड़ रुपए की धनराशि में से 2200 सौ करोड़ रुपए की धनराशि चालू कार्यों पर व 800 करोड़ रुपए की धनराशि नवीन कार्यों पर व्यय किए जाने हेतु समिति द्वारा सर्वसम्मति से अनुमोदन प्रदान किया गया।

समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया कि राज्य सड़क निधि 3054-मद में प्रावधानित 1500 करोड़ में से चालू कार्य हेतु 1200 सौ करोड़ एवं नए कार्यों हेतु 300 करोड़ रुपए की धनराशि की जाएगी तथा राज्य सड़क निधि मद-5054 मे प्राविधानित 1500 करोड़ के सापेक्ष चालू कार्यों हेतु 1000 करोड़ एवं नए कार्यो हेतु 500 करोड़ रुपए की धनराशि व्यय की जाएगी।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए तथा मानक और गुणवत्ता का विशेष रुप से ध्यान रखा जाए। उन्होंने कहा कि साइट पर जहां कहीं भी कार्य संचालित हो रहे हो ,वहां पर कोविड-19 के तहत निर्धारित प्रोटोकॉल का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।

वर्चुअल बैठक में कई सांसदों ,विधायकों व समिति के सदस्यों ने निर्माण कार्यों के बारे में अपने सुझाव रखे। उपमुख्यमंत्री ने सुझावों का स्वागत करते हुए कहा कि निर्धारित गाइडलाइन व नई तकनीकी के माध्यम से आवश्यक आवश्यकता के कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।
उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य सहित समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना संक्रमण से दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति कामना की गई तथा 2 मिनट का मौन रखा गया और श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

बैठक में राज्य मंत्री, लोक निर्माण विभाग श्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, सांसद लखीमपुर खीरी श्री अजय मिश्र, सांसद फूलपुर श्रीमती केसरी देवी पटेल, विधायक सिकंदरपुर (बलिया) श्री संजय यादव, विधायक बरेली अरुण कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव श्री नितिन रमेश गोकर्ण, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग श्री पी के सक्सेना, वित्त, परिवहन, पर्यटन औद्योगिक विकास, सीआईआई, मोटर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया।

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’

Published

on

Loading

अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।

जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।

नगर कोतवाली नंबर वन

एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।

रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण

1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324

नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।

क्‍या है आइजीआरएस

एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है‌। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।

प्रत्‍येक माह होती है शासन स्‍तर पर समीक्षा

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।

Continue Reading

Trending