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प्रादेशिक

आगराः दोस्तों ने सचिन की हत्या कर पहले पहनाई पीपीई किट फिर जलाकर अस्थियां कर दीं विसर्जित

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नई दिल्ली। आगरा के कोल्ड स्टोरेज मालिक सुरेश चौहान के इकलौते बेटे सचिन चौहान की हत्या कर आरोपियों ने न केवल पीपीई किट में उसे जलाया बल्कि उसकी अस्थियां भी विसर्जित कर दी। आरोपी हर्ष चौहान और कारोबारी सुमित असवानी को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की गई तो कई चौकाने वाले खुलासे सामने आए।

इन दोनों ने सचिन की हत्या की बात कबूली और बताया कि उन्होंने सचिन को पहले पार्टी के बहानें बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेंज दिया। इकलौते बेटे की हत्या हो जाने पर परिवार सदमें में है और सचिन की मां का कहना है कि वो अपने बेटे की आखिरी बार चेहरा भी नही देख पाई।

एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि सचिन चौहान 21 जून को दोपहर 3:30 बजे घर से लापता हुआ था। इसके बाद उसका सुराग नहीं लग सका। हत्याकांड के खुलासे के लिए थाना न्यू आगरा पुलिस और एसटीएफ लगी थी। रविवार को पुलिस को कुछ सुराग मिले। वाटरवर्क्स से कमला नगर निवासी हैप्पी खन्ना को पकड़ लिया।

एसटीएफ निरीक्षक हुकुम सिंह के मुताबिक, 21 जून की रात तकरीबन साढ़े आठ बजे सुमित, रिंकू और हैप्पी शव को गाड़ी से बल्केश्वर घाट ले गए। शव बॉडी पैकिंग बैग में रखा था। खुद भी पीपीई किट लेकर गए थे, लेकिन पहनी नहीं। श्मशान घाट कमेटी से सामान खरीदने के बाद सचिन का नाम रवि वर्मा निवासी सरयू विहार, कमला नगर बताकररसीद कटवाई। आरोपियों ने बताया कि मृतक कोरोना पॉजिटिव है। उसकी मौत हुई है।

22 जून को रिंकू और हैप्पी अस्थियां लेने गए। इसके बाद घाट पर विसर्जित कर दीं। वहीं मनोज कानपुर के झकरकटी स्टैंड पर मोबाइल फेंक आया। पुलिस ने मोबाइल की तलाश की, लेकिन मिला नहीं है। पूरे घटनाक्रम के दौरान किसी ने एक दूसरे से फोन पर कॉल करके बात नहीं की ताकि पुलिस नहीं पकड़ सके।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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