Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

केरलः राज्य सरकार के संपर्क में गृह मंत्रालय, हर संभव मदद का दिया आश्वासन

Published

on

Loading

नई दिल्ली। केरल में गंभीर बाढ़ की स्थिति के बीच, गृह मंत्रालय (एमएचए) स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और केंद्र से राज्य प्रशासन को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने राज्यों में बचाव कार्यों के लिए 11 टीमों को तैनात किया है, जबकि भारतीय नौसेना और वायु सेना की राहत टीमों को भी राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है। एनडीआरएफ के अधिकारियों के अनुसार, राज्य में भारी बारिश के मद्देनजर मल्लापुरम, अलाप्पुझा, पठानमत्रिट्टा, कोट्टायम, पलक्कड़ और कन्नूर में एक-एक बचाव दल और इडुक्की में दो टीमों को तैनात किया गया है।

अधिकारियों ने यह भी कहा कि और अधिक टीमों को स्टैंड बाई यानी रिजर्व के तौर पर रखा गया है और यदि राज्य प्रशासन को जरूरत पड़ी तो उन्हें तैनात किया जाएगा। अरक्कोनम जिले में स्थित 4 एनडीआरएफ बटालियन इडुक्की जिले के कोक्कयार के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय हैं और सात बच्चों सहित 33 व्यक्तियों को पठानमथिटा जिले के रानी तालुक के वैपुर से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

एनडीआरएफ की एक टीम में 47 कर्मी होते हैं जो प्रभावित लोगों को बचाने के लिए इन्फ्लेटेबल जेमिनी बोट्स, पेड़ और पोल कटर, संचार उपकरण और बुनियादी चिकित्सा सहायता से लैस होते हैं।

मध्य और दक्षिण केरल में भारी बारिश के कारण अब तक 23 लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हो गए हैं और विस्थापित हो गए हैं। राज्य में अचानक आई बाढ़ के परिणामस्वरूप इस तरह के हालात हो गए हैं।

कथित तौर पर कोट्टायम जिले के कूट्टिकल में 23 लोगों में से 14 लोगों की मौत हुई है, जबकि इडुक्की में आठ लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा राज्य में एक दर्जन से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।

राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, राज्य भर में कुल 105 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और प्रभावित क्षेत्रों से बचाए गए लोगों को इन शिविरों में स्थानांतरित कर दिया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम को केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और भारी बारिश और भूस्खलन के मद्देनजर स्थिति पर चर्चा की, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मंत्रालय राज्य में स्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है।

उत्तर प्रदेश

शाही जामा मस्जिद हिंसा : संभल हिंसा में 3 लोगों की मौत, सीईओ की मौजूदगी में पुलिस ने चलाईं गोलियां

Published

on

Loading

संभल। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को शाही जामा मस्जिद का सर्वे किया गया। इस दौरान यहां हिंसा भी भड़क गई। जमकर पत्थरबाजी हुई। गाड़ियों में आग लगा दी गई। इस बीच, जानकारी सामने आई है कि संभल हिंसा में 3 लोगों की मौत हो गई है। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने युवक को गोली मारी है। मृतक का नाम नईम खान है, वह 32 साल का था। परिवार का आरोप है कि 11:00 बजे सीईओ की मौजूदगी में पुलिस ने गोलियां चलाईं।

लोहे के शटर पर बने हैं गोलियों के निशान

पुलिस ने जो फायरिंग की उस दीवार पर लगे लोहे के शटर पर भी निशान बने हैं। परिवार का कहना है नईम प्रदर्शन में शामिल नहीं था। वह अपनी दुकान की तरफ रिफाइंड लेने जा रहा था। गोली लगने के बाद नईम को अस्पताल ले जाया गया, उसकी मौत हो गई।

तीन की चली गई जान

इस पूरी हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है। मृतकों के नाम नईम खान, बिलाल औप नोमान है। तीनों के पोस्टमॉर्टम की तैयारी की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीनों लड़के हिंसा के समय मस्जिद के पीछे वाली सड़क पर मौजूद थे। जहां पर आगजनी और पत्थरबाजी हो रही थी। पुलिस की गोलीबारी में तीनों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending