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प्रादेशिक

यूपीः सीएम योगी ने ‘पुलिस स्मृति दिवस’ पर शहीद पुलिसकर्मियों को दी श्रद्धांजलि

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने ‘पुलिस स्मृति दिवस’ के अवसर पर कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले पुलिसकर्मियों को गुरूवार को यहां रिजर्व पुलिस लाइन्स में श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस मौके पर आयोजित परेड की सलामी ली और शोक पुस्तिका भी प्राप्त की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेश पुलिस के सभी सदस्य पूरी ईमानदारी, कर्तव्य परायणता तथा जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए, उत्तर प्रदेश की जनता के मन में सुरक्षा की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सहयोग करेंगे।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आज हम सभी देश के समस्त शहीद पुलिसजन को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिये एकत्र हुए हैं। वर्ष 2020-2021 में कर्तव्य की वेदी पर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदों में उत्तर प्रदेश पुलिस के 04 बहादुर पुलिसकर्मी शामिल हैं। उन्होंने सभी शहीद पुलिसजनों के प्रति श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जाबांज पुलिस कर्मियों का यह सर्वोच्च बलिदान हमें निरन्तर कर्तव्य पथ पर पूर्ण निष्ठा, मनोयोग एवं दायित्व बोध के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देता रहेगा। उन्होंने प्रदेश के शहीद पुलिसजनों के परिजनोें को आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार उनके कल्याण के लिये पूर्ण संवेदनशीलता के साथ सभी जरूरी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने निरीक्षक, उपनिरीक्षक, मुख्य आरक्षी, आरक्षी और चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों के लिए उनके पौष्टिक आहार भत्ते में 25 फीसदी की वृद्धि करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मोबाइल सिम में बढ़ोत्तरी तथा सिम भत्ता बढ़ाए जाने का भी निर्णय लिया है। उन्होंने प्रदेश के अन्दर कानून-व्यवस्था एवं शान्ति व्यवस्था को बनाए रखने, विभिन्न घटनाओं पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा घटना स्थल पर शीघ्रातिशीघ्र पहुंचने के दृष्टिगत नागरिक पुलिस के फील्ड ड्यूटी पर तैनात आरक्षी, मुख्य आरक्षी तथा उपनिरीक्षक तक के कर्मियों को मोबाइल सिम उपलब्ध कराए जाने और इन सभी कर्मियों को वार्षिक रूप से 2,000 रुपए का सिम भत्ता प्रदान किये जाने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों तथा इकाइयों में नियुक्त पुलिस कर्मियों की सुख-सुविधा हेतु 15 करोड़ रुपये तथा उनके कल्याण हेतु 20 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। कार्यरत व सेवानिवृत्त पुलिस कर्मियों एवं आश्रितों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 1,926 दावों के निस्तारण हेतु 09 करोड़ 15 लाख रुपये, 05 लाख रुपये से अधिक के चिकित्सा प्रतिपूर्ति संबंधी 403 प्रकरणों हेतु 48 करोड़ 13 लाख रुपये, 288 पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों को गम्भीर बीमारियों के उपचार हेतु तात्कालिक रूप से अग्रिम ऋण के रूप में 11 करोड़ 09 लाख रुपये, जीवन बीमा योजना के अन्तर्गत बीमित 1,522 मृतक पुलिस कर्मियों के आश्रितों को सहायता के रूप में 26 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान किया गया है। इसके अलावा पुलिस कर्मियों एवं उनके आश्रितों द्वारा कराये गये उपचार से सम्बन्धित 07 करोड़ 15 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कर्तव्य पालन के दौरान शहीद पुलिस कर्मियों के साथ-साथ केन्द्रीय अर्द्ध सैन्य बलों/अन्य प्रदेशों के अर्द्ध सैन्य बलों तथा भारतीय सेना में कार्यरत एवं मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले 527 शहीद कर्मियों के आश्रितों को 124 करोड़ 24 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गयी है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिसजन ने अत्यन्त कठिन परिस्थितियों में भी रात-दिन अपने कर्तव्यों को सर्वोपरि मानकर अपराधों पर नियंत्रण करने, कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने, सामाजिक सौहार्द स्थापित करने एवं विशेषकर बालिकाओं तथा महिलाओं की सुरक्षा में अपनी सराहनीय भूमिका निभाई है। प्रयागराज कुम्भ-2019, लोक सभा सामान्य निर्वाचन-2019 तथा त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 को शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने में प्रदेश पुलिस बल का उल्लेखनीय योगदान रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान प्रदेश की जनता की सहायता के लिये सदैव तत्पर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस कर्मियों द्वारा कोरोना वॉरियर्स के रूप में अभूतपूर्व परिश्रम कर जहां एक ओर नियमों का कड़ाई से अनुपालन कराया गया, वहीं उनके द्वारा मानवता की सेवा की नयी मिसाल भी प्रस्तुत की गयी। पुलिस कर्मी अपने कर्तव्य का पालन करते हुए कोरोना संक्रमित हुए फिर भी वे निरन्तर सेवाकार्य में लगे रहे। कर्तव्य पालन के दौरान कोरोना संक्रमण से 37 पुलिस कर्मियों की असमय मृत्यु हो गयी। इनके आश्रितों को 18 करोड़ 50 लाख रुपये का भुगतान मृत पुलिस कर्मी के नियुक्ति के जनपद के जिलाधिकारी के माध्यम से किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित पुलिस कर्मियों को सम्मानित करने और उनका मनोबल बढ़ाने के लिए गणतंत्र दिवस- 2021 एवं स्वतंत्रता दिवस-2021 के अवसर पर विशिष्ट सेवाओं के लिए 04 अधिकारियों और कर्मियों को ‘राष्ट्रपति का पुलिस पदक’ तथा 119 अराजपत्रित पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को सराहनीय सेवाओं के लिए ‘पुलिस पदक’ से सम्मानित किया गया है। भारत सरकार गृह मंत्रालय के यूनियन होम मिनिस्टर के ‘उत्कृष्ट सेवा पदक’ हेतु 784 एवं ‘अति उत्कृष्ट सेवा पदक’ हेतु 962 नामों की सूची भारत सरकार को भेजी गयी है। 05 राजपत्रित व अराजपत्रित अधिकारियों और कर्मियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ प्रदान किये गये हैं।

इसके अलावा पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा 95 अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को ‘उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह’ तथा 402 पुलिस कर्मियों को ‘सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किये गए। 767 राजपत्रित और अराजपत्रित पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक के प्रशंसा चिन्ह-‘डी0जी0 कमेण्डेशन डिस्क’ से सम्मानित किया गया है।

उत्तर प्रदेश पुलिस के मनोबल, कार्यकुशलता एवं व्यावसायिक दक्षता को बढ़ाने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा विगत 01 वर्ष के दौरान उठाए गए कुछ महत्वपूर्ण कदमों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आरक्षी पुलिस के 49,568 पदों पर सीधी भर्ती की प्रक्रिया 01 वर्ष के अन्दर पूर्ण की गयी हैं। इसमें से 15,501 रिक्रूटों का प्रशिक्षण 28 जून, 2021 से प्रारम्भ हो गया है। इसके अतिरिक्त 1,080 रिक्रूटों का भी आधारभूत प्रशिक्षण 02 सितम्बर, 2021 से प्रारम्भ किया गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पुलिस विभाग के विभिन्न अराजपत्रित पदों पर 23,075 कार्मिकों को पदोन्नति प्रदान की जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा पुलिस बल में उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस के 9,027 पदों, प्लाटून कमाण्डर के 484 पदों तथा अग्निशमन द्वितीय अधिकारी के 23 पदों सहित कुल 9,534 पदों के साथ-साथ लिपिक संवर्ग में कम्प्यूटर ऑपरेटर ग्रेड-ए के 1,329 पदांे, रेडियो कर्मशाला कर्मियों के 116 पदों, रेडियो सहायक परिचालक के 1,300 पदों, रेडियो प्रधान परिचालक के 828 पदों कुल 2244 पदों तथा मृतक आश्रित के अन्तर्गत उप निरीक्षक ना0पु0 के 238 पदों की लिखित परीक्षा 05 सितम्बर, 2021 को सम्पन्न करायी गयी है। लिखित परीक्षा के परिणाम जारी करने की प्रक्रिया प्रचलित है। मृतक आश्रित के अन्तर्गत उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के 580 पदों पर भर्ती हेतु शारीरिक दक्षता परीक्षा उ0प्र0 पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा प्रचलित है। उप निरीक्षक नागरिक पुलिस के 829 एवं आरक्षी ना0पु0 के 26,744 पदों पर सीधी भर्ती हेतु अधियाचन उ0प्र0 पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को भेजा जा चुका है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था को सुदृढ़ कर जनमानस में सुरक्षा की भावना बलवती करना एवं अपराधियों में कानून का भय पैदा करना वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुलिस बल की क्रियाशीलता एवं प्रभाव में वृद्धि हेतु विभिन्न जनपदों में 71 नये पुलिस थानों एवं 45 नयी पुलिस चौकियों की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि बेहतर रणनीति एवं सम्यक सुरक्षात्मक प्रबंधन द्वारा प्रदेश पुलिस बल ने कानून-व्यवस्था की विभिन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर शान्ति-व्यवस्था एवं अपराध की स्थिति को सर्वथा नियंत्रित रखा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में व्यापक सुदृढ़ एवं त्रुटिरहित सुरक्षा प्रबन्ध के फलस्वरूप समस्त महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस, अतिविशिष्ट महानुभावों की यात्राएं, राजनैतिक रैलियां, प्रदर्शन आदि शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुए हैं। इन आयोजनों को शान्तिपूर्ण एवं सकुशल सम्पन्न कराकर प्रदेश पुलिस ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इसके लिए पुलिस बल को बधाई दी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान सरकार अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टालरेंस की नीति के तहत कार्य कर रही है। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न जनपदों में दुर्दान्त अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही के दौरान 20 मार्च, 2017 से 10 अक्टूबर, 2021 की अवधि में कुल 151 अपराधी मुठभेड़ में मारे गये एवं 3,473 घायल हुए। इस कार्यवाही में पुलिस बल के 13 जवानों ने अप्रतिम शौर्य का प्रदर्शन करते हुए वीरगति प्राप्त की और 1,198 पुलिस कर्मी घायल हुए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अपराधियों पर कड़ा शिकंजा कसने के लिए गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत 45,603 तथा एन0एस0ए0 में 657 अभियुक्तों के विरुद्ध कार्यवाही भी की गयी है। प्रदेश के चिन्हित 25 माफिया तथा उनके गैंग के सदस्यों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही की गयी है। इनके द्वारा आपराधिक कृत्य व अवैध तरीके से अर्जित की गयी सम्पत्तियों को उ0प्र0 गैंगस्टर एक्ट व अन्य नियमों के अन्तर्गत अब तक 1,500 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की सम्पत्ति का जब्तीकरण व ध्वस्तीकरण एवं अवैध कब्जे से अवमुक्त कराने की कार्यवाही की गयी है। इससे समाज में एक बेहतर संदेश गया है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अपराधियों में कानून का भय उत्पन्न करने का श्रेय उत्तर प्रदेश पुलिस की विधिसम्मत कठोर कार्यवाही, वृहद कार्ययोजना एवं अथक परिश्रम को जाता है। वर्तमान में प्रदेश में कोई ऐसा संगठित अपराधी नहीं है जो जेल के बाहर स्वच्छन्द विचरण कर रहा हो। ऐसे अपराधी या तो जेल भेज दिये गये हैं अथवा गिरफ्तारी के दौरान आत्मरक्षार्थ पुलिस कार्यवाही में मारे गये हैं। पुलिस की इन कार्यवाहियों ने समाज के सभी वर्गों विशेषकर महिलाओं, बालिकाओं, कमजोर वर्गों एवं व्यापारियों में सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता तथा पुलिस बल के समन्वित प्रयासों से प्रदेश में साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण कायम है। सभी वर्गों में आपसी सौहार्द एवं समरसता अक्षुण्ण है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश मंे महिलाओं की सुरक्षा और उनके सशक्तीकरण हेतु ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ का गठन कर अनवरत अभियान चलाया जा रहा है। इससे महिलाओं विशेषकर छात्राओं/बालिकाओं में सुरक्षा की भावना सुदृढ़ हुई है। ‘एण्टी रोमियो स्क्वॉड‘ के अन्तर्गत अब तक 48 लाख 26 हजार स्थानों पर चेकिंग करते हुए 12 हजार 354 अभियोग पंजीेकृत कर 18 हजार 171 व्यक्तियों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की गयी है। प्रदेश में महिलाओं एवं बच्चों का उत्पीड़न रोकने, महिलाओं एवं बच्चों के विरुद्ध अपराधों को नियंत्रित करने, उन्हें यथावश्यक सहयोग प्रदान करने तथा महिलाओं के सशक्तीकरण के उद्देश्य से ‘महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन’ की स्थापना की गयी है। महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान व स्वावलम्बन के उद्देश्य से प्रदेश में ‘मिशन शक्ति’ अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के अन्तर्गत पुलिस की व्यापक कार्यवाही से महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा की प्रबल भावना जागृत हुई है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गयी है। इसके माध्यम से महिला सम्बन्धी शिकायतों की समुचित ढंग से सुनवायी तथा उनकी समस्याओं का गुणात्मक समाधान व अनुश्रवण किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी जनपद, रेंज, जोन एवं मुख्यालय के अतिरिक्त विभिन्न इकाइयों के द्वारा फेसबुक प्लेटफॉर्म के माध्यम से भी जनता की शिकायतों के निस्तारण करने के लिये सराहनीय कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल का गठन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य धार्मिक, न्यायिक एवं महत्वपूर्ण व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा तथा व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करना है। यह बल उच्चकोटि की व्यावसायिक दक्षता से सुरक्षा के कार्यो का निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल की प्रथम वाहिनी क्रियाशील की जा चुकी है।

जनपद लखनऊ में उत्तर प्रदेश स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक साइंसेज के निर्माण कार्य हेतु 207 करोड़ रुपये से अधिक की प्रशासनिक स्वीकृति निर्गत की जा चुकी है। इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने पुलिस लाइन में स्थापित स्मारक पर पुष्पचक्र चढ़ाकर शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीदों के परिजनों से भेंट कर उनकी कुशल और क्षेम पूछी। इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डॉ0 महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री मुकुल गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल तथा पुलिस विभाग अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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