प्रादेशिक
लखनऊः हैंडीक्राफ्ट एग्जीबिशन में दिखा देश और सांस्कृतियों का रंग
लखनऊ। दीवाली से पहले जनपद लखनऊ की ज़मीन आज देश एवं उत्तरप्रदेश की संस्कृति का नज़ारा देखने को मिला मौका था। “बिल्ड योर सेल्फ सेवा” संस्थान द्वारा “हैंडीक्राफ्ट एक्सिबिशन”का आयोजन जो आज 28 अक्टूबर 2021 से 2 नवंबर 2021 के मध्य डीएलएफ माई पैड ग्राउंड फ्लोर B2 विभूति खंड लखनऊ में प्रतिदिन अपराह्न 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
आज कार्यक्रम के प्रथम दिन अपराह्न 3 बजे इस प्रदर्शनी का शुभारंभ ताइवान गणराज्य के भारत मे अम्बेसडर श्री Baushuan Ger जी ने अपने शुभ हाथों से किया, उनके साथ Dr.Chin-Tsan Wang (Director Of Science and Technolgy, Mr Peters Chan ( Director Of Education, Tiwan) आदि गणमान्य व्यक्ति अपनी गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम में दर्ज की। कार्यक्रम के प्रथम चरण में दीपप्रज्वलन मुख्यातिथि श्री Baushuan Ger जी ने अपने शुभ हाथों से किया। इस अवसर पर सय्यद वसीउल अब्बास अध्यक्ष बिल्ड यौर सेल्फ़ सेवा संस्था के अध्यक्ष ने आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना पर अपने विचार प्रकट करे।
काजल से बनी पेंसिल और टेरेकोटा का स्टाल बना आकर्षण का केंद्र। रामपुर से आये हुए याहया सलीम खान के द्वारा बनाई गई कागज़ के पेंसिल के स्टाल ने लोगो का ध्यान अपनी ओर खींचा। एम एस एम ई के तहत इस अनोखी पहल की सराहना खूब हुई। इसके अलावा टेरेकोटा का स्टाल, मुरादाबादी बर्तन का स्टाल, भदोही की कालीन के स्टाल भी खचा खच भरे रहे।
लखनऊ से अधिवक्ता व समाजसेविका कृति के बताया की उन्हें पूरी एक्सिबिशन में सलीम खान द्वारा निर्मित रीसाइकल्ड पेंसिल बहुत पसंद आई, जिसको वेलवेट और पेपर से बनाया गया है। उन्होंने बताया कि मंदी के दौर में इस तरह के एक्सपीबिश से लोकल से वोकल को समर्थन मिलेगा उनके ये भी कहा की और जगह के मुकाबले यहाँ समान काफ़ी सस्ता है।
IANS News
वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।
‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।
‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।
‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।
सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।
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