उत्तर प्रदेश
सीएम योगी संग कई मंत्री लेंगे 25 को शपथ, नए मंत्रिमंडल में ये नाम हो सकते हैं शामिल
योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को होगा। इस दिन योगी आदित्यनाथ 70 हजार से अधिक लोगों की मौजूदगी में मुख्यमंत्री पद की लगातार दूसरी बार शपथ लेंगे। शाम चार बजे से राजधानी के विशाल इकाना स्टेडियम में होने वाले भव्य समारोह में योगी के साथ कई मंत्री भी शपथ लेंगे। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य विशिष्ट अतिथि मौजूद रहेंगे।
प्रदेश की सत्ता में योगी सरकार के लगातार दूसरी बार आने के साथ ही इतिहास भी बना और कई मिथक भी टूटे हैं। यूपी में 37 साल बाद किसी सरकार ने फिर सत्ता में वापसी की है। वहीं सीएम के रूप में नोएडा यात्रा के मिथक को भी योगी आदित्यनाथ ने तोड़ दिया है। अब नई सरकार के भव्य शपथ ग्रहण की तैयारी है। समारोह में प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधित्व के साथ ही देश भर के तमाम विशिष्ट और गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे।
सूत्रों के मुताबिक शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्र सरकार के कई मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, संघ और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर योगी की पार्टी नेतृत्व के साथ मंत्रणा हो चुकी है। यूपी में सरकार गठन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास को पर्यवेक्षक व सह पर्यवेक्षक बनाया गया। शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची को सीएम के गोरखपुर से लखनऊ पहुंचने पर अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
मंत्रिमंडल में महिला और युवाओं को खास तवज्जो
योगी मंत्रिमंडल पर भाजपा के मिशन-2024 की छाप स्पष्ट दिखाई देगी। पार्टी इन चेहरों के जरिए सामाजिक समीकरण साधने के साथ ही क्षेत्रीय समीकरण भी साधेगी। इस बार युवाओं और महिलाओं को खास तवज्जो मिलने जा रही है। पार्टी की सोच है कि युवाओं और महिलाओं की भाजपा की सफलता में खास अहमियत है। छवि को लेकर भी पार्टी बेहद सतर्क है। इसके साथ ही पूरब और पश्चिम में संतुलन बनाने की भी कोशिश होगी। सीएम योगी के लखनऊ आने पर मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इन्हें मिल सकती है जगह
सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, सूर्यप्रताप शाही, असीम अरुण, बेबीरानी मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल, जयप्रताप सिंह, जितिन प्रसाद, अनिल राजभर का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। अंजुला माहौर, राजेश्वर सिंह, अजीत पाल, मनोहरलाल कोरी, प्रतिभा शुक्ला, विपिन वर्मा , धर्मपाल सिंह, मनीषा अनुरागी, कृष्णा पासवान, राजीव सिंह, योगेंद्र उपाध्याय, बृजेश सिंह, अमित अग्रवाल, डा, जीएस धर्मेश, जयप्रकाश निषाद सहित कई अन्य नाम मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं।
अमित शाह 21 को लखनऊ आएंगे: गृहमंत्री और केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह सोमवार को लखनऊ पहुंचेंगे। शाह की मौजूदगी में ही पार्टी के विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नेता के चयन की औपचारिकता पूरी की जाएगी। उसके बाद राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा। शाह के दौरे को लेकर भी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है।
पहले कार्यकाल में 41 जिलों से मिले थे मंत्री
योगी सरकार के पहले कार्यकाल की बात करें तो 19 मार्च 2017 को सरकार गठन हुआ था। 26 सितंबर 2021 को हुए अंतिम विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में कुल 60 चेहरे शामिल थे। चुनाव से ठीक पहले पूरब और पश्चिम में संतुलन के साथ ही सामाजिक समीकरण साधने का प्रयास किया गया था। पिछली सरकार में 75 में से 41 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला था। जबकि 34 जिले ऐसे थे, जिनसे कोई मंत्री नहीं था। सबसे अधिक 06 मंत्री लखनऊ से थे। जबकि प्रयागराज से 03, वाराणसी से 03, शाहजहांपुर, मथुरा, आगरा, फतेहपुर, कानपुर और सिद्दार्थनगर से 02-02 मंत्री बनाए गए थे।
प्रोटेम स्पीकर के लिए भेजे गए 17 नाम
प्रोटेम स्पीकर तय करने के लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से 18वीं विधानसभा के 17 नवनिर्वाचित वरिष्ठ सदस्यों की सूची राजभवन भेजी गई है। विधानसभा सत्र शुरू होने पर प्रोटेम स्पीकर की देखरेख में ही नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव और नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण कराया जाएगा। सूची में सबसे पहला नाम मो. आजम खां का है, लेकिन जेल में निरुद्ध होने के कारण उन्हें प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने की संभावना काफी कम है। अन्य वरिष्ठ विधायकों में भाजपा के सुरेश कुमार खन्ना तथा सपा के दुर्गा प्रसाद यादव व अवधेश प्रसाद नौवीं बार, भाजपा के जय प्रताप सिंह, सतीश महाना, रमापति शास्त्रत्त्ी व राम पाल वर्मा आठवीं बार, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के कुंवर रघुराज प्रताप सिंह, सपा के माता प्रसाद पांडेय व इकबाल महमूद तथा भाजपा के फतेह बहादुर सिंह सातवीं बार चुने गए हैं।
पेशेवर योग्यता वालों को मिलेगी अहमियत
इस बार दूसरे कार्यकाल में योगी सरकार में खासे बदलाव दिखेंगे। नए मंत्रिमंडल में पेशेवर योग्यता वाले विधायकों को खासी अहमियत दी जाएगी। इस बार बड़ी संख्या में एमबीए धारक, इंजीनियर, डाक्टर, वकील, चार्टेड अकाउंटेंट भी चुनाव जीते हैं। इनमें ज्यादातर भाजपा से विधायक बने हैं। माना जा रहा है कि इस बार सरकार की योजनाओं को जनता तक और पहुंचाने और प्रभावी तरीके से लागू करने में विशिष्ट योग्यता की पृष्ठभूमि वाले विधायकों की जरूरत होगी। ऐसे में इनका सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए उन्हें मंत्री बना कर विकास योजनाओं को अमली जामा पहनाया जाएगा। गुजरात में इस तरह का प्रयोग किया गया है। मोदी सरकार इस तरह की कवायद पहले ही कर चुकी है। माना जा रहा है कि यूपी में भी इस तरह की पहल होगी और इसकी छाप मंत्रिमंडल गठन पर भी दिखेगी।
इकाना से एयरपोर्ट तक शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज
भाजपा सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज हो गई हैं। इकाना स्टेडियम से लेकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा और अतिथियों के स्वागत की तैयारी है। शनिवार को मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी समेत कई आला अधिकारियों ने इकाना स्टेडियम का निरीक्षण किया।
निरीक्षण में अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, डीजीपी मुकुल गोयल, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार, पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर और डीएम अभिषेक प्रकाश समेत जिला स्तर के कई अफसर शामिल थे। सूत्रों ने बताया कि समारोह में सभी भाजपा विधायक और जिलास्तरीय पदाधिकारी भी शामिल होंगे। ऐसे में इकाना अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम में संभावित संख्या के आधार पर तैयारियां की जा रही हैं। अधिकारियों ने सभी तैयारियां समय से पूरी करने का निर्देश दिया। साथ ही बढ़ती गर्मी को देखते हुए समारोह स्थल का मंच तैयार करने का निर्देश दिया। इसके अलावा पीने का पानी की सुविधा, बाहर की ओर अस्थायी मोबाइल शौचालय की व्यवस्था, बिजली सप्लाई निर्बाध रखने के भी निर्देश दिए। एयरपोर्ट पर स्वागत की तैयारियां: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री व लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा शासित राज्यों के सीएम और अन्य गणमान्य लोग इस समारोह में शमिल होंगे। ऐसे में एयरपोर्ट पर आने वाले प्रत्येक अतिथि के लिए मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी की तैनाती का निर्देश है।
सोनिया, प्रियंका, माया अखिलेश को भी न्योता
समारोह में बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
यूपी में कायम रहेगा जीत का यह सिलसिला:योगी
कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी ने एक बार फिर राष्ट्रवाद और सुशासन की सरकार चुनी है। जनता की विजय श्री का ये सिलसिला लगातार चलता रहेगा। सीएम योगी शनिवार को होली पर पारंपरिक नरसिंह शोभा यात्रा में पहुंचे थे।
उत्तर प्रदेश
महाकुम्भ 2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों के अलावा 550 शटल बसें संचालित करेगा परिवहन निगम
लखनऊ/प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में उ0प्र0 परिवहन निगम दिव्य, भव्य एवं ग्रीन महाकुम्भ मेला-2025 के सफल आयोजन के लिए 07 हजार बसों को संचालित करेगा। परिवहन निगम प्रदेश के सभी महत्वपूर्ण स्थानों से सुगम, सस्ती एवं आरामदायक सुविधायें उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
महाकुम्भ मेला में सड़क मार्ग से पूर्वाचल से अधिक संख्या में तीर्थयात्री आते हैं। इसके दृष्टिगत पूर्वांचल के छोटे-छोटे कस्बों से मेला स्थल को जोड़ते हुए बसों के संचालन की योजना परिवहन निगम ने तैयार की है। महिला एवं वृद्ध तीर्थयात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने की योजना बनाई गयी है।
3 चरणों में संचालन
एमडी परिवहन निगम मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुम्भ मेला 2025 के दौरान मुख्य स्नान 13 जनवरी से 26 फरवरी, 2025 के बीच पड़ रहे, जिसमें मौनी अमावस्या का शाही स्नान 29 जनवरी एवं बसंत पंचमी का शाही स्नान 03 फरवरी, 2025 को है। महाकुम्भ 2025 के दौरान लगभग 6800 परिवहन बसें एवं लगभग 200 वातानुकूलित बसों का संचालन किये जाने की योजना है।
प्रथम चरण में 12 जनवरी से 23 जनवरी तक द्वितीय चरण में 24 जनवरी से 07 फरवरी तक एवं तीसरे चरण में 08 फरवरी से 27 फरवरी तक तीन चरणों में महाकुम्भ मेले में संचालन को बाटा गया है। निगम के कुल 19 क्षेत्रों से लगभग 165 मार्गों पर निगम की बसों का संचालन किया जायेगा।
550 शटल बसें चलाई जाएंगी
एमडी परिवहन निगम ने बताया कि बसों के अतिरिक्त 550 शटल बसें विभिन्न स्थाई एवं अस्थाई बस स्टेशनों एवं विभिन्न मार्गों पर निर्धारित वाहन पार्किंग स्थलों से संगम तट के निकट स्थित भारद्वाज पार्क एवं भारत स्काउट गाइड कालेज बैक रोड तक तथा लेप्रोसी बस स्टेशन व अंधावा बस स्टेशन तक संचालित किये जाने की योजना है।
उन्होंने बताया कि मुख्य स्नान पर्व पर शश्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ बढ़ने के कारण शास्त्रीपुल, फाफामऊ पुल एवं यमुना पुल यातायात हेतु प्रतिबंधित रहने की स्थिति में शहर के बाहर कुल 08 अस्थाई बस स्टेशन गठित किये जायेंगे, जिसमें झूसी बस स्टेशन, दुर्जनपुर बस स्टेशन, सरस्वतीगेट बस स्टेशन, नेहरू पार्क बस स्टेशन, बेली कछार बस स्टेशन, बेला कछार बस स्टेशन, सरस्वती हाइटेक सिटी मेनू एवं लेप्रोसी मिशन बस स्टेशन हैं।
इन मार्गों प्रभाग संचालन
एमडी ने बताया कि झूसी बस स्टेशन से दोहरी घाट, बड़हलगंज, गोला, उरूवा, खजनी, सीकरीगंज, गोरखपुर मार्ग, आजमगढ़-बलिया-मऊ व सम्बद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा। दुर्जनपुर बस स्टेशन का उपयोग झूसी बस स्टेशन की बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर किया जायेगा।
इसी प्रकार सरस्वतीगेट बस स्टेशन से बदलापुर, शाहगंज, टांडा व सम्बद्ध मार्ग एवं वाराणसी एवं संबद्ध मार्ग के लिए बसों का संचालन किया जायेगा, नेहरू पार्क बस स्टेशन से कानपुर एवं कौशाम्बी को संबद्ध मार्ग के लिए, बेला कछार बस स्टेशन से रायबरेली लखनऊ व संबद्ध मार्ग एवं फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, बस्ती, बहराइच व संबद्ध मार्ग के लिए, सरस्वती हाइटेक सिटी नैनी से विन्ध्यांचल, मिर्जापुर, शक्तिनगर व संबद्ध मार्ग के लिए, लैप्रोसी मिशन बस स्टेशन से बांदा-चित्रकूट व संबद्ध मार्ग एवं रीवा-सीधी व संबद्ध मार्ग के लिए संचालन किया जायेगा।
नेहरू पार्क बस स्टेशन पर बसों का संचालन मेला प्रशासन द्वारा रोके जाने पर बसों का संचालन बेली कछार बस स्टेशन से किया जायेगा।
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