बिजनेस
यामाहा 2017 तक 12 लाख वाहन बेचेगी
चेन्नई | जापान की दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी यामाहा ने 2015 में 800,000 वाहन और 2017 तक 12 लाख वाहन बेचने का लक्ष्य रखा है। कंपनी अगले महीने अपने चेन्नई उत्पादन संयंत्र का उद्घाटन करेगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यामाहा मोटर इंडिया में विपणन और बिक्री विभाग के उपाध्यक्ष, रॉय कुरियन ने संवाददाताओं को बताया, “इस साल हमने 800,000 वाहन बेचने का लक्ष्य रखा है। 2016 तक यह लक्ष्य बढ़ाकर दस लाख और 2017 तक 12 लाख वाहनों को बेचने का लक्ष्य रखा गया है।”
रॉय के मुताबिक, कंपनी अपने नए मॉडल 125सीसी सैल्यूटो के साथ मोटरसाइकिल श्रेणी पर ध्यान दे रही है। सैल्यूटो की कीमत 52,000 रुपये रखी गई है। कंपनी ने चेन्नई में इस नए मॉडल को भी पेश किया। हालांकि, कुरियन ने मोटरसाइकिल की 100-110 सीसी श्रेणी में कंपनी के प्रवेश संबंधी सवालों पर किसी भी तरह की समयावधि देने से इंकार किया। कंपनी के प्रबंध निदेशक मसाकी असानो ने कहा कि यामाहा मोटर इंडिया का बिक्री वितरण नेटवर्क विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ता दिख रहा है।
कुरियन ने कहा कि मौजूदा समय में कंपनी के पास लगभग 400 डीलर है और इस साल के अंत तक इनकी संख्या बढ़कर 150 होने वाली है। कुरियन के मुताबिक, इस साल दोपहिया उद्योग के 1.7 करोड़ का स्तर छूने की संभावना है, जिसमें से मोटरसाइकिल श्रेणी की हिस्सेदारी लगभग 20 लाख होगी। उन्होंने कहा कि कंपनी को लगभग 60,000 सैल्यूटो मोटरसाइकिलें बेचने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि आगामी सालों में स्कूटर और मोटरसाइकिल के बीच बिक्री अनुपात समान रहेगा। कुरियन ने कहा कि यामाहा लगभग 60 देशों को निर्यात करती है। इस साल का बिक्री लक्ष्य लगभग 250,000 वाहन बेचने का है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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