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प्रादेशिक

‘विशेष आमंत्रित सदस्य’ का दर्जा मिलने में कुछ गलत नहीं : अच्युतानंदन

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VS Achuthanandan

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विशाखापट्टनम/तिरुवनंतपुरम। मार्क्समवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के अनुभवी नेता वी.एस.अच्युतानंदन ने रविवार को कहा कि माकपा की केंद्रीय समिति की बैठक में उन्हें एक ‘विशेष आमंत्रित’ सदस्य का दर्जा दिया गया है, जो अनुचित नहीं है। माकपा की 91 सदस्यीय केंद्रीय समिति पार्टी की सर्वाधिक शक्तिशाली नीति निर्धारण संस्था है। अच्युतानंदन (91) ने पार्टी की नई केंद्रीय समिति की आधिकारिक घोषणा के आने से पहले स्वयं ही अपने नए दर्जे की घोषणा की।

माकपा के 21वें अधिवेशन का समापन रविवार को विशाखापट्टनम में हुआ। बैठक स्थल से बाहर निकले हुए अच्युतानंदन ने बताया कि उन्हें उनके स्वास्थ्य की वजह से नहीं, बल्कि उम्र की वजह से विशेष आमंत्रित सदस्य का दर्जा दिया गया है। अच्युतानंदन ने चेन्नई जाने के लिए हवाईअड्डे जाते हुए कहा कि इस फैसले में कुछ गलत नहीं है और मैं इसे स्वीकार करता हूं। वह चेन्नई से तिरुवनंतनपुरम के लिए दूसरा विमान पकड़ेंगे।

अच्युतानंदन ने कहा कि यह पार्टी में बदलाव की एक नई शुरुआत होने जा रही है। उनकी सीताराम येचुरी से नजदीकी सर्वव्यापी है और उन्होंने येचुरी को मीडिया के सामने शुभकामनाएं दी। अच्युतानंदन उन लोगों में सक एकमात्र ऐसे जीवित सदस्य हैं, जिन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से निकल कर 1964 में माकपा का गठन किया था। इन्हें 2009 में पोलित ब्यूरो से बाहर कर दिया गया था। उस समय अच्युतानंदन केरल के मुख्यमंत्री थे।

IANS News

महाकुंभ में बिछड़ने वालों को अपनों से मिलाएंगे एआई कैमरे, फेसबुक और एक्स भी करेंगे मदद

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प्रयागराज। महाकुंभ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलाइजेशन कर रही है। यहां एआई की मदद से ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की हिफाजत में 24 घंटे तैनात रहेंगे। एआई लाइसेंस वाले इन कैमरों के साथ ही फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म भी बिछड़ने वाले परिजनों को खोजने में तत्काल मदद करेंगे।

मदद करेगा डिजिटल खोया पाया केंद्र

इस बार महाकुंभ में देश विदेश से बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को अपनों को खोने का डर नहीं सताएगा। मेला प्रशासन ने इसकी व्यापक कार्ययोजना तैयार की है। इसके लिए डिजिटल खोया पाया केंद्र को एक दिसंबर से लाइव किया जाएगा। इसके माध्यम से 328 एआई लाइसेंस वाले कैमरे पूरे मेला क्षेत्र पर नजर रखेंगे। इन सभी कैमरों का परीक्षण कर लिया गया है। पूरे मेला क्षेत्र को इन विशेष कैमरों से लैस किया जा रहा है। योगी सरकार के निर्देश पर बड़े पैमाने पर कैमरे इंस्टॉल करने का काम अपने अंतिम चरण में है। मेला क्षेत्र की चार लोकेशन पर इन विशेष एआई कैमरों का परीक्षण भी किया जा चुका है।
महाकुंभ में अब कोई भी अपना बिछड़ने नहीं पाएगा।

पलक झपकते काम करेगी तकनीक

महाकुंभ 2025 में शामिल होने वाले श्रृद्धालुओं के लिए सरकार ने ऐसे डिजिटल खोया-पाया केंद्रों की स्थापना की है, जो तकनीक के सहारे चलेंगे और पलक झपकते ही अपनों से मिलाएंगे। इसमें हर खोए हुए व्यक्ति का डिजिटल पंजीकरण तुरंत किया जाएगा। पंजीकरण होने के बाद एआई कैमरे गुमशुदा की तलाश में जुट जाएंगे। यही नहीं, गुमशुदा की जानकारी को फेसबुक और एक्स जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी शेयर किया जाएगा। यह व्यवस्था महाकुंभ मेले को न केवल सुरक्षित बनाएगी, बल्कि परिवारों को जल्दी और आसानी से अपने प्रियजनों से जोड़ने का काम करेगी।

फोटो से मिलान करेगा एआई

महाकुंभ में अपनों से बिछड़ने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का उपयोग किया जाएगा। यह तत्काल काम करेगा। यहां 45 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। ऐसे में एआई कैमरे तत्काल फोटो खींचकर व्यक्ति की पहचान कर लेंगे। इस काम में सोशल मीडिया भी तत्पर रहेगा।

पहचान का देना होगा प्रमाण

जो भी व्यक्ति महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़ेगा, उसका सुरक्षित, व्यवस्थित और जिम्मेदार प्रणाली के तहत ख्याल भी रखा जाएगा। किसी भी वयस्क को बच्चे या महिला को ले जाने से पहले सुनिश्चित करना होगा कि वह उसे पहचानते हैं और उनकी पहचान प्रमाणिक है।

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