Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

अब गोरखपुर के सौंदर्य को देखकर अभिभूत हो जाते है लोग: सीएम योगी

Published

on

Gorakhpur Municipal Corporation

Loading

गोरखपुर। गोरखपुर नगर निगम (Gorakhpur Municipal Corporation) की 279 करोड़ की 202 परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास के लिए अपने गृह जनपद गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनपदवासियों को बधाई देते हुए कहा पिछले 5 वर्षों में गोरखपुर वासियों ने गोरखपुर को बदलते देखा है,पर्यटन के विकास को देखा।

सीएम योगी ने कहा गोरखपुर में विकास योजनाओं से नए कीर्तिमान स्थापित किये गए। जो भी आज गोरखपुर आता है वो यहां की बदली तस्वीर देखकर दंग रह जाता है। यहां के सौंदर्य को देखकर अभिभूत होता है। आज गोरखपुर में अपना भव्य प्रेक्षागृह है,इसके लिए 30 वर्षों तक लोगो ने आंदोलन और संघर्ष किया।

उन्होंने कहा बीते अतिवृष्टि के समय नगर निगम प्रशासन ने एक व्यवस्था बनाई कि जल प्लावन आसानी से हो गया। जल निकासी के लिए इस बार आसानी से की गई,लेकिन बारिश इतनी ज्यादा हुई कि दिक्कतें आयी। मैं उस समय गोरखपुर में ही था,इन परियोजनाओं से उस व्यवस्था में और आसानी होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा दशकों बाद गोरखपुर को भव्य नगर निगम भवन मिला है। गोरखपुर में 80 नए वार्ड बन रहे हैं उनमें जलनिकासी स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था के लिए ये परियोजना लाभदायक होंगी। गोरखपुर में आज सब कुछ है जो एक नगर निगम को चाहिए,लेकिन इसे सहेज कर रखना जिम्मेदारी गोरखपुर वासियों की है।

उन्होंने कहा हमे साफ सफाई स्वच्छता पर ध्यान देना होगा। छिड़काव सैनेटाइज़ेशन की आवश्यकता है। इस बारिश के मौसम के बाद बीमारियां आएंगी,इसके पहले ही हमे इसकी तैयारी करनी होगी। थोड़ी सी लापरवाही होगी तो बीमारियां पनपेंगी। आज गोरखपुर और पूर्वी उप्र में से मस्तिष्क ज्वार को समूल नष्ट करने जा सफलतापूर्वक कार्य किया गया, इसके लिए पुरुषार्थ किया गया।

Gorakhpur Municipal Corporation, Gorakhpur Municipal Corporation news, CM YOGI IN Gorakhpur, CM YOGI NEWS,

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार टीबी रोगियों के करीबियों की हर तीन माह में कराएगी जांच

Published

on

Loading

लखनऊ |  योगी सरकार ने टीबी रोगियों के संपर्क में रहने वाले व्यक्तियों एवं पूर्व टीबी रोगियों की स्क्रीनिंग कराने का निर्णय लिया है। यह स्क्रीनिंग हर तीन महीने पर होगी। वहीं साल के खत्म होने में 42 दिन शेष हैं, ऐसे में वर्ष के अंत तक हर जिलों को प्रिजेंम्टिव टीबी परीक्षण दर के कम से कम तीन हजार के लक्ष्य को हासिल करने के निर्देश दिये हैं। इसको लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों (डीटीओ) को पत्र जारी किया है।

लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को किया जा रहा और अधिक सुदृढ़

प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे मेें टीबी रोगियों की युद्धस्तर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी क्रम में सभी डीटीओ डेटा की नियमित माॅनीटरिंग और कमजोर क्षेत्रों पर ध्यान देने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) का लक्ष्य टीबी मामलों, उससे होने वाली मौतों में कमी लाना और टीबी रोगियों के लिए परिणामों में सुधार करना है। ऐसे में इस दिशा में प्रदेश भर में काफी तेजी से काम हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस साल अब तक प्रदेश में टीबी रोगियों का सर्वाधिक नोटिफिकेशन हुआ है। तय समय पर इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए रणनीति को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।

कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग से टीबी मरीजों की तेजी से होगी पहचान

राज्य क्षय रोग अधिकारी डाॅ. शैलेन्द्र भटनागर ने बताया कि टीबी के संभावित लक्षण वाले रोगियों की कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग को बढ़ाते हुए फेफड़ों की टीबी (पल्मोनरी टीबी) से संक्रमित सभी लोगों के परिवार के सदस्यों और कार्यस्थल पर लोगों की बलगम की जांच को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। कांटेक्ट ट्रेसिंग और स्क्रीनिंग जितनी ज्यादा होगी, उतने ही अधिक संख्या में टीबी मरीजों की पहचान हो पाएगी और उनका इलाज शुरू हो पाएगा। इसी क्रम में उच्च जोखिम वाले लोगों जैसे 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों, डायबिटीज रोगियों, धूम्रपान एवं नशा करने वाले व्यक्तियों, 18 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले व्यक्तियों, एचआईवी ग्रसित व्यक्तियों और वर्तमान में टीबी का इलाज करा रहे रोगियों के सम्पर्क में आए व्यक्तियों की हर तीन माह में टीबी की स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिये गये हैं।

हर माह जिलों का भ्रमण कर स्थिति का जायजा लेने के निर्देश

टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए नैट मशीनों का वितरण सभी ब्लाॅकों पर टीबी की जांच को ध्यान रखने में रखते हुए करने के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही उन टीबी इकाइयों की पहचान करने जो आशा के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं उनमें सुधार करने के लिए जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। क्षेत्रीय टीबी कार्यक्रम प्रबन्धन इकाई (आरटीपीएमयू) द्वारा हर माह में जनपदों का भ्रमण करते हुए वहां की स्थिति का जायजा लेने के भी निर्देश दिए हैं।

Continue Reading

Trending