Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

हमारी एकता में ही देश की अखण्डता है: डॉ. रूपल अग्रवाल

Published

on

Pledge for Unity

Loading

लखनऊI ‘राष्ट्रीय एकता दिवस-2022’ के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट व सरोज-लाल जी मेहरोत्रा भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में आधुनिक भारत के शिल्पी, भारत के बिस्मार्क, लौह पुरुष भारत रत्न सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वीं जन्म जयंती पर “श्रद्धांपूर्ण पुष्पांजलि व Pledge for Unity” कार्यक्रम का आयोजन सरोज-लाल जी मेहरोत्रा भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, गोमती नगर, लखनऊ में किया गयाI

कार्यक्रम में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की न्यासी डॉ. रूपल अग्रवाल, भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्या डॉ. अलका निवेदन, डॉ. छवि निगम, शिक्षिकाओं व छात्राओं ने सरदार वल्लभ भाई पटेल जी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश में एकता व अखण्डता बनाये रखने हेतु शपथ ग्रहण की व यूनिटी चेन बनाकर “हम सब एक हैं” का नारा बुलंद कियाI

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुयी तत्पश्चात डॉ. रूपल अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि, “आज राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर मैं सभी भारतवासियों को बधाई देती हूँI जैसा की हम सभी जानते हैं आज हम स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री व गृहमंत्री लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वीं जन्म जयंती मना रहे हैं जिसे पूरे देश राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता हैI

सरदार पटेल कहा करते थे कि “एकता के बिना जनशक्ति नहीं है और शक्ति के अभाव में विश्वास व्यर्थ है, विश्वास और शक्ति दोनों किसी महान कार्य को करने के लिए आवश्यक हैI अतः अगर हम अपने देश को राजनीतिक, आर्थिक और नैतिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं तो हमें एकता की शक्ति को पहचानना होगा और आगे बढ़ना होगा क्योंकि हमारी एकता में ही देश की अखण्डता हैI”

डॉ० अलका निवेदन ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट का आभार जताते हुए कहा कि, “आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर हम सब सादर नमन करते हैं व उनके बताये हुए रास्ते पर चलने की शपथ लेते हैI मैं हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की ह्रदय से आभारी हूँ कि उन्होंने आज यह कार्यक्रम आयोजित किया व आशा करती हूँ कि आगे भी हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा जिसमें हमें हमारे देश के महापुरुषों के बारे में और अधिक जानने का मौका मिलेगा I”

डॉ० छवि निगम ने कहा कि, “किसी भी देश का आधार उसकी एकता और अखंडता में निहित होता है और सरदार पटेल देश की एकता के सूत्रधार थे I इसी वजह से उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता हैI वल्लभभाई झावेरभाई पटेल, जो सरदार पटेल के नाम से लोकप्रिय थे, एक भारतीय राजनीतिज्ञ थेI

वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और भारतीय गणराज्य के संस्थापक पिता थे जिन्होंने स्वतंत्रता के लिए देश के संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाई और एक एकीकृत, स्वतंत्र राष्ट्र में अपने एकीकरण का मार्गदर्शन कियाI गुजरात में नर्मदा के सरदार सरोवर बांध के सामने सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फीट) ऊँची लोह प्रतिमा (स्टेचू ऑफ़ यूनिटी) का निर्माण किया गया है जो विश्व की सबसे ऊँची प्रतिमा हैI

Pledge for Unity, Pledge for Unity news, Pledge for Unity latest news,

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending