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प्रादेशिक

लखनऊ में आयोजित हुआ राज्य लोक सेवा आयोगों के अध्यक्षगणों का 24वां राष्ट्रीय सम्मेलन

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लखनऊ। राज्यों के लोक सेवा आयोग अध्यक्षों का 24वां दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शनिवार को पुलिस मुख्यालय स्थित सिग्नेचर बिल्डिंग में आरंभ हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह जहां राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ किया वहीं इसके उपरांत तीन दौर में क्लोज बिजनेस सेशन का आयेाजन हुआ। यूपी लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने बताया कि देश के 23 राज्यों के लोक सेवा आयोगों के अध्यक्ष और सदस्यगण यहां आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल होने आए हैं। हमारा प्रयास है कि देश में राज्य लोक सेवा आयोगों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करते हुए शुचितापूर्ण और पारदर्शीढंग से परीक्षाएं आयोजित कराई जाएं।

उन्होंने कहा कि बीते 6 साल में यूपी ने राज्य लोक सेवा आयोग के जरिए पारदर्शी, निष्पक्ष, बिना भेदभाव और भ्रष्टाचार रहित ढंग से विभिन्न भर्ती परीक्षाओं का आयोजन कराया है। सीएम योगी के नेतृत्व में जिस तरह पारदर्शी तरीके से परीक्षाओं का आयोजन और नियुक्तियां हुई हैं वो आज पूरे देश में चर्चा का विषय है। यूपी का भर्ती मॉडल आज देशभर में पसंद किया जा रहा है। दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में जुटे सभी प्रदेशों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्षों और सदस्यों के साथ हम इस बात को लेकर मंथन कर रहे हैं कि कैसे अलग अलग राज्यों में आयोजित होने वाली भर्ती परीक्षाओं को पूरी तरह से निष्पक्षता के साथ कंडक्ट कराया जा सकता है। जिस भी प्रदेश में कोई अच्छी पहल हो रही है, हम सब मिलकर उसपर चर्चा कर रहे हैं। हम देख रहे हैं कि कैसे देशभर के राज्य लोक सेवा आयोग के बीच आपसी समन्वय को और मजबूत किया जा सकता है, ताकि युवाओं को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से नौकरियां उपलब्ध हो सकें।

शनिवार को उद्घाटन सत्र के दौरान तीन क्लोज बिजनेस सेशन का आयोजन हुआ। वहीं रविवार को विदाई सत्र में भी सभी राज्यों के लोक सेवा आयोग के अध्यक्षगण और सदस्य मंथन करेंगे। रविवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजेश बिंदल बतौर मुख्य अतिथि सम्मेलन में शिरकत करेंगे।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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