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बिजनेस

इंडोनेशिया में पेट्रोल, डीजल 30 फीसदी से अधिक महंगा

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लंदन| इंडोनेशिया की सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमत 30 फीसदी से अधिक बढ़ा दी है। यह जानकारी मंगलवार को एक मीडिया रपट से मिली। इस कदम का मकसद 2015 में सरकारी खर्च में आठ अरब डॉलर से अधिक की बचत करना है। बीबीसी के मुताबिक कीमतें प्रति लीटर 2,000 रुपिया (इंडोनेशिया की मुद्रा) यानी 0.16 डॉलर बढ़ाई गई हैं।

इस वृद्धि के बाद पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 8,500 रुपिया और डीजल की कीमत प्रति लीटर 7,500 रुपिया हो गई है। इंडोनेशिया उन देशों में शामिल है, जहां पेट्रोल-डीजल सबसे सस्ता है। दोनों ईंधनों पर इंडोनेशिया में भारी सब्सिडी दी जाती है। इस फैसले के बाद जकार्ता में पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारें लग गई हैं। कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। इंडोनेशिया के नए राष्ट्रपति जोको विडोडो ने कहा है कि इस फैसले से सरकार की वित्तीय स्थिति सुधरेगी और व्यापार संतुलन में सुधार होगा। राष्ट्रपति ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, “देश का अवसंरचना, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए बजट की जरूरत थी। लेकिन देश में इसका उपयोग ईंधन सब्सिडी पर हो रहा था।”

बिजनेस

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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