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उत्तर प्रदेश

डबल इंजन सरकार में विकास भी, गरीब कल्याण भी : सीएम योगी

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गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के ताल नदोर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के पहले पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय का भूमि पूजन एवं शिलान्यास किया। 80 एकड़ में बनने वाले इस महाविद्यालय के निर्माण पर करीब 350 करोड़ रुपये की लागत आएगी। भूमि पूजन एवं शिलान्यास के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अच्छी सरकार होती है तो वह जनता जनार्दन को सिर-माथे पर बैठाकर सेवा करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ऐसी ही है। इस सरकार में विकास है तो गरीब कल्याण भी। इसमें सुरक्षा, आजीविका, आस्था के सम्मान के साथ समृद्धि भी है।

वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमिका पूजन तथा बटन दबाकर शिलान्यास करने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि पिछली सरकारों में लोगों को गुंडे-माफिया तबाह करते थे। योजनाओं का लाभ चंद लोगों को मिलता था और बाकी पब्लिक देखती रह जाती थी। आज डबल इंजन सरकार में ऐसा नहीं है। हर किसी को योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में आज के नए भारत की ताकत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है। ऐसी सरकार कभी नहीं आई। इस समझ को बनाए रखना है और लोकसभा चुनाव में फिर एक बार मोदी सरकार तथा अबकी बार चार सौ पार के नारे को साकार करना है।

भविष्य में विश्वविद्यालय बनेगा यह महाविद्यालय

सीएम योगी ने लोगों को यह भरोसा दिलाया कि ताल नदोर में बनने वाला पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय भविष्य में विश्वविद्यालय बना दिया जाएगा। तब गोरखपुर में पांच विश्वविद्यालय हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस महाविद्यालय में पशुओं के इलाज के साथ नस्ल सुधार के कार्य भी होंगे। यहां फिशरीज से जुड़े कार्यक्रम को भी आगे बढ़ाया जाएगा। यहां पढ़ाई कर युवा पशु चिकित्सक बन सकेंगे, उनके पास करियर बनाने का नया प्लेटफार्म होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस महाविद्यालय की ड्राइंग श्रावस्ती के राजा शालिहोत्र की परिकल्पना पर डिजाइन की गई है। राजा शालिहोत्र ने तीसरी सदी में शालिहोत्र संहिता रचकर पशुधन के क्षेत्र को समृद्ध किया।

इसी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम और गोशाला भी बनेगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लंबे समय तक पिछड़े रहे दक्षिणांचल को डबल इंजन की सरकार विकास की नई रफ्तार के साथ आगे बढ़ा रही है। वाराणसी फोरलेन और पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के साथ जल्द ही इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम बनाया जाएगा। महाविद्यालय के पास नगर निगम 50 एकड़ में गोशाला बनवाने जा रहा है। गोरखपुर के विकास की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा कि जो खाद कारखाना कांग्रेस सरकार में बंद हो गया था, उसे मोदी सरकार ने शुरू कर दिया। गोरखपुर में एम्स बन गया है। लिंक एक्सप्रेस वे चालू होने वाला है। गीडा में बड़े पैमाने पर उद्योग लगने से पांच हजार युवाओं को यहीं रोजगार मिल गया है।

अयोध्या में पहले चलती थी गोली, आज पलक पांवड़े बिछाकर होता है स्वागत

मुख्यमंत्री ने अयोध्या में प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का उल्लेख करते हुए लोगों से सवाल किया कि क्या सपा-बसपा की सरकार अयोध्या में मंदिर बनवा पातीं? लोगों ने समवेत जवाब दिया-नहीं। इस ओर मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलती थी, आज पलक पांवड़े बिछाकर उनका स्वागत होता है। लंगर चल रहे हैं। भगवान का आशीर्वाद भी मिल रहा है और प्रसाद भी।

हर कार्यकर्ता रविकिशन बनकर मांगेगा वोट

सीएम योगी ने लोकसभा चुनाव में गोरखपुर से घोषित प्रत्याशी, सांसद रविकिशन शुक्ल के पक्ष में समर्थन की अपील करते हुए कहा कि हर कार्यकर्ता रविकिशन बनकर घर घर जाएगा और वोट मांगेगा। कार्यक्रम को संबोधित करने से पूर्व सीएम ने पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय के मॉडल का भी अवलोकन किया।

लाभार्थियों को सम्मानित किया मुख्यमंत्री ने

कार्यक्रम के मंच से सीएम योगी ने मुख्यमंत्री स्वदेशी गोसंवर्धन योजना, नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। शिलान्यास समारोह में पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह, सांसद रविकिशन शुक्ल, विधायक विपिन सिंह, महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक राजेश त्रिपाठी, श्रीराम चौहान, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी एवं भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा के जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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