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प्रादेशिक

नगर निकाय चुनाव में तृणमूल की जीत विपक्ष को जवाब : ममता

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए नगर निकाय चुनाव में भारी जीत की ओर बढ़ रही तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी यह जीत विपक्ष द्वारा उन्हें बदनाम करने के अभियान को करारा जवाब है। भारतीय जनता पार्टी और मार्क्संवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा आगामी 30 अप्रैल को आहूत बंद की आलोचना करते हुए ममता ने बंद में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि हमें बदनाम करने के लिए जितने भी अभियान चलाए गए हैं, यह जीत उन सब का जवाब है। यहां तक कि कई सारे टेलीविजन चैनल कुछ भी नहीं कर सके। ममता ने कहा, “तृणमूल पर किए गए हमले के अलावा, मेरे ऊपर कई सारे व्यक्तिगत हमले किए गए। मुझे नहीं पता कि अगर ऐसा किसी दूसरे राज्य में होता तो क्या परिणाम होता। एक बार फिर साबित हुआ है कि लोकतंत्र में सबकुछ जनता के हाथ में होता है।”

उन्होंने विपक्ष के उन आरोपों का भी खंडन किया, जिसके मुताबिक तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दौरान व्यापक पैमाने पर हिंसा और चुनावी गड़बड़ियों को अंजाम दिया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा मार्क्सावादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा 30 अप्रैल को आहूत बंद के लिए उनकी आलोचना की। वाम मोर्चा ने सामान्य हड़ताल और भाजपा ने राज्य भर में बंद आहूत किया है। ममता ने कहा, “हम 30 अप्रैल को ‘निर्मल बांग्ला’ कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रहे हैं, जहां विश्व बैंक तथा यूनिसेफ को आमंत्रित किया गया है। इस दौरान, प्रत्येक जिले से कुल एक लाख छात्र बंगाल को स्वच्छ तथा हरा रखने की शपथ लेंगे।” उन्होंने कहा कि मैं माकपा तथा भाजपा से हड़ताल वापस लेने का आग्रह करती हूं, क्योंकि हमारा कार्यक्रम काफी पहले से निर्धारित था। मुख्यमंत्री ने पिछली वाम मोर्चा सरकार पर बंगाल को चलाने के लिए हड़ताल संस्कृति अपनाने का आरोप लगाते हुए बंद में शामिल होने वालों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

ममता ने कहा, “मेरा अनुरोध है कि हड़ताल में शामिल न हों। यदि जरूरत पड़ी, तो हम क्षतिपूर्ति करेंगे। बंगाल सीटू या भाजपा की नहीं सुनता है। बंगाल के विकास को बाधित करने का प्रयास करने वालों को हम रोकेंगे। हड़ताल में शामिल होनेवालों के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे।

उत्तर प्रदेश

योगी सरकार के प्रयासों से दिव्य, भव्य अयोध्या में फिर से लौटने लगा ‘राम राज्य’

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अयोध्या। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार के प्रयासों से दिव्य और भव्य अयोध्या में एक बार फिर से रामराज्य लौटने लगा है। इसे भवगान श्रीराम की विशेष कृपा ही कहेंगे कि अयोध्या में ऑनलाइन की जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण हो रहा है। हर शिकायतों का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जा रहा है। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्यमंत्री कार्यालय से आई एक अक्टूबर की रिपोर्ट बता रही है, जिसमें जिले के 19 में से 18 थाने प्रदेश में पहली रैंक पर आए हैं। इसमें कोतवाली नगर टॉप पर है।

जनपद पुलिस ने आईजीआरएस यानि एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली पोर्टल पर ऑनलाइन आने वाली जन शिकायतों के समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण में पहली रैंक प्राप्त की है। पिछले कई महीनों बाद यह मौका आया है, जब अयोध्या पुलिस को यह सफलता मिली है। एसएसपी ने बेहतर प्रदर्शन करने वाले थानेदारों को सराहते हुए फेहरिस्त में निचले पायदान पर मौजूद थाने को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश सरकार ने जनता की शिकायतों के निस्तारण के लिए आईजीआरएस पोर्टल की व्यवस्था तैयार की है। नियमानुसार, इस पोर्टल पर आने वाली ऑनलाइन शिकायत का 30 दिन के भीतर गुणवत्तापरक तरीके से निस्तारण करना होता है। समय समय पर इन शिकायतों से जुड़ा फीडबैक लखनऊ में बैठे आला अफसर लेते हैं। डिफाल्टर या असंतोष की स्थिति में शिकायतों को वापस लौटाया जाता है, ताकि उनका निस्तारण हो सके। जनपद में अक्टूबर माह में 19 थानों में तकरीबन 2700 शिकायतें आईजीआरएस पर हुई हैं। 100 फीसदी शिकायतों का निस्तारण हो चुका है।

नगर कोतवाली नंबर वन

एसपी ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि आईजीआरएस के पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण के मामले में कोतवाली नगर ने बाजी मारी है। इसके बाद सर्वाधिक शिकायतों को हल कर दूसरे नम्बर पर स्थान बनाने वाला थाना इनायतनगर है। बताया जाता है कि पुलिस में आई सभी ऑनलाइन शिकायतों के निस्तारण के लिए एक दारोगा मौके पर अवश्य जाता है। वहां से जीपीएस की तस्वीरें आती हैं, जिससे पता चलता है मामले को निपटाने में पुलिस दिलचस्पी दिखाती है।

रैंक वार थाना – प्राप्त शिकायतें व निस्तारण

1- कोतवाली नगर- 354
2- इनायतनगर- 297
3- अयोध्या कोतवाली- 272
4- कोतवाली बीकापुर- 243
5- महराजगंज- 241
6- रौनाही- 227
7- रुदौली- 209
8- गोसाईगंज- 160
9- तारुन- 156
10- खंडासा- 140
11- हैदरगंज- 133
12- कैंट- 112
13- कुमारगंज- 89
14- रामजन्मभूमि- 85
15- पटरंगा- 66
16- बाबा बाजार- 61
17- मवई- 59
18- थाना महिला- 48
19- पूराकलंदर- 324

नोट- थाना पूराकलंदर ने ऑनलाइन शिकायत पत्र देखने में देरी लगाई। इस कारण उसकी रैंक बहुत गिर गई है।

क्‍या है आइजीआरएस

एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि आईजीआरएस जनसुनवाई के लिये एक आनलाइन माध्यम है। इस माध्यम से किसी भी व्यक्ति को शिकायत करने के लिये कहीं चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है‌। पीड़ित व्यक्ति इसके पोर्टल पर आनलाइन शिकयत दर्ज कराता है। संबंधित विभाग उसकी जांच कराकर निस्तारण कराने का प्रयास करता है। इस माध्यम से दर्ज कराई गई शिकायत पर जवाबदेही भी रहती है। शिकायत की हर स्थित से शिकायतकर्ता को जानकारी भी मिलती है।

प्रत्‍येक माह होती है शासन स्‍तर पर समीक्षा

आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि जनसुनवाई के इस पोर्टल पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण की प्रत्येक माह शासन स्तर पर समीक्षा होती है। आईजीआरएस पर दर्ज कराई गई शिकायतों के निस्तारण का फीडबैक लेते हुए शासन के मानकों के हिसाब से पीड़ित संतुष्ट है या असंतुष्ट, इसकी समीक्षा करके रैंक जारी की जाती है। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी अयोध्या के सभी थाने हमेशा अग्रणी रहें।

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