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प्रादेशिक

राज्य में अपराध बढ़ा, तो अधिकारियों पर होगी कार्रवाई : शिवराज

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इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ को वर्तमान दौर की जरूरत बताते हुए कहा कि अपराध पर काबू पाना पुलिस की जिम्मेदारी है, अच्छा काम करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि यदि आपराधिक मामलों में वृद्धि होती है, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।

इंदौर में शनिवार शाम कानून-व्यवस्था के संबंध में राजस्व और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में चौहान ने कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस को अपराधियों के साथ सख्ती से और आम आदमी के साथ मित्रवत व्यवहार करना होगा। उन्होंने कहा, “अपराधियों एवं गुंडो के विरुद्ध त्वरित एवं कठोर कार्रवाई के लिए कार्यपालक मजिस्ट्रेट और संबंधित सीएसपी साथ मिलकर काम करें। जिला और पुलिस प्रशासन भी एक दूसरे के साथ समन्वय बनाकर काम करें।”

मुख्यमंत्री चौहान ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस की कार्य-प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ का विचार दिया है। इसमें पुलिस को सख्त और संवेदनशील, आधुनिक और चलित, चौकन्ना और उत्तरदायी, तकनीक कुशल और प्रशिक्षित होना होगा। इसके अलावा ‘सोशल पुलिसिंग’ पर भी विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने महिला सुरक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि महिला सुरक्षा प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रत्येक माह थानेवार अपराधों की समीक्षा होगी। संबंधित अधिकारियों के उत्तरदायित्व निर्धारित किए जाएंगे। अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्त किया जाएगा। आपराधिक मामलों के बढ़ने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने उन क्षेत्रों के अधिकारियों हटाने के निर्देश दिए जहां अपराध का दर दिन ब दिन बढ़ रहा है।

मुख्यमंत्री ने पुलिस से कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखें। इस काम में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। न ही किसी भी प्रकार की ढील दी जाएगी। बैठक में मौजूद राज्य के पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में रिक्त पुलिस बल को भरने की कोशिश जारी है। भर्तियां और प्रशिक्षण का दौर चल रहा है। अगले एक साल में पुलिस विभाग के सभी रिक्त पदों पर भर्तियां की जाएंगी।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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