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तेदेपा विधायक गिरफ्तार, न्यायिक हिरासत में भेजा गया

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TDP MLA Arrest

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हैदराबाद। हैदराबाद की एक निचली अदालत ने तेलंगाना विधान परिषद के चुनाव में तेदेपा-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के पक्ष में मत देने के लिए सदन के एक नामित विधायक को रिश्वत देने की कोशिश के मामले में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक ए. रेवंथ रेड्डी को सोमवार को 14 दिनों की न्यायायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस ने न्यायालय के निर्देश पर रेवंथ को छह सदस्यीय विधान परिषद के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान करने की अनुमति देने के बाद उन्हें चंचलगुडा केंद्रीय कारागार भेज दिया।

रेवंथ के दो सहयोगियों सेबस्तियन हैरी एवं उदय सिम्हा को भी न्यायालय द्वारा न्यायायिक हिरासत में भेजने के आदेश के बाद जेल भेज दिया गया। भ्रष्टाचार-निवारक ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार रात रेवंथ को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया था। न्यायालय ने पुलिस को निर्देश दिया था गिरफ्तारी के दौरान हाथापाई में रेवंथ को लगी चोटों का पहले उपचार कराएं और जेल भेजने से पहले उन्हें चुनाव में वोट करने की अनुमति दें।

तेलंगाना विधानसभा में विधायक रेवंथ को सिकंदराबाद स्थित विजयपुरी कॉलोनी के एक फ्लैट से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वह एंग्लो-इंडियन समुदाय से विधानसभा में नामित सदस्य एल्विस स्टीफनसन को 50 लाख रुपये की रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि तेदेपा-भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मत देने के लिए स्टीफन्सन को पांच करोड़ रुपये देने का सौदा हुआ था और 50 लाख रुपये अग्रिम राशि के रूप में दी जा रही थी। यह पूरा घटनाक्रम एक छिपे हुए कैमरे में रिकॉर्ड किया गया था।

एसीबी के महानिदेशक ए. के. खान ने कहा कि दो दिन पूर्व ही एक लिखित शिकायत के आधार पर थाने में मामला दर्ज किया गया था। रेवंथ पर भारतीय दंड संहिता के भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। विधायक रेवंथ रेड्डी ने निर्दोष होने का दावा किया और आरोप लगाया है कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सरकार ने राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उन्हें झूठे मामले में फंसाया है। रेवंथ की गिरफ्तारी के तुरंत बाद तेदेपा के नेताओं ने पुलिस महानिदेशक अनुराग शर्मा से मुलाकात की और कड़ा विरोध जताया। तेदेपा नेताओं ने एसीबी के कार्यालय के बाहर देर रात धरना भी दिया, जहां रेवंथ से पूछताछ की जा रही थी।

रेवंथ की गिरफ्तारी के विरोध में तेदेपा ने उनके विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कोडांगल में बंद का आह्वान किया है। तेदेपा कार्यकर्ताओं ने रेवंथ की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए सोमवार को राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया। उन्होंने आरोप लगाया कि रेवंथ को टीआएस सरकार की साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है और उनकी तत्काल रिहाई की मांग की। इस बीच, रेवंथ के वकील ने निचली अदालत में उनकी जमानत याचिका दायर कर दी।

पार्टी के महत्वपूर्ण नेता रेवंथ की गिरफ्तारी तेलंगाना में तेदेपा के लिए बड़ा झटका है। उन्होंने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और उनके परिवार के खिलाफ सदन के बाहर और अंदर मोर्चा खोल रखा था। तेदेपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने रेवंथ रेड्डी का राजनीतिक और कानूनी दोनों रूप से साथ देने का निर्णय लिया है। उधर, टीआरएस इस घटना को लेकर तेदेपा पर निशाना साध रही है। चंद्रशेखर राव की बेटी और टीआरएस सांसद के. कविता ने कहा कि यह घटना इस बात का सबूत है कि नायडू और उनकी पार्टी किस तरह की राजनीति कर रही है।

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IPS अधिकारी संजय वर्मा बने महाराष्ट्र के नए डीजीपी, रश्मि शुक्ला के ट्रांसफर के बाद मिली जिम्मेदारी

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महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के नए डीजीपी का कार्यभार IPS संजय वर्मा को सौंपा गया है। आईपीएस संजय वर्मा को केंद्रीय चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया है। कुछ ही दिनों में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव है। उससे पहले चुनाव आयोग ने राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले की शिकायत मिलने के बाद डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले का आदेश दिया था।

कौन हैं IPS संजय वर्मा?

IPS संजय वर्मा 1990 बैच के पुलिस अधिकारी हैं। वह महाराष्ट्र में वर्तमान में कानून और तकनीकी के डीजी के रूप में कार्यरत रहे। वह अप्रैल 2028 में सेवानिवृत्त पुलिस सेवा से रिटायर होंगे। दरअसल, डीजीपी रश्मि शुक्ला को लेकर सियासी दलों के बीच पिछले कुछ समय से माहौल गर्म था। कांग्रेस के बाद उद्धव गुट की शिवसेना ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखकर उन्हें हटाने की मांग की थी।

कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग से उन्हें महानिदेशक पद से हटाने की मांग की थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने उन पर आरोप लगाया था कि वह बीजेपी के आदेश पर सरकार के लिए काम कर रही हैं।

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