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प्रादेशिक

वसुंधरा राजे ने आनंदपुर साहिब का दौरा रद्द किया

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जयपुर| राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वास्थ्य कारणों से शुक्रवार को पंजाब में आनंदपुर साहिब का दौरा रद्द कर दिया है। वह इस शहर के 350वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने जा रही थीं। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, “मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने खराब स्वास्थ्य के कारण आनंदपुर साहिब का दौरा रद्द कर दिया। उनके डॉक्टर सुधीर भंडारी के मुताबिक, उनकी पीठ में दर्द है और उन्हें आराम की सलाह दी गई है।”

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी आनंदपुर साहिब का दौरा करने वाले हैं। भाजपा के एक पदाधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया, “उनकी शाह से मिलने की काफी इच्छा थी और वह अपना बात रखना चाहती थीं। उन्हें यह अपनी बात रखने का सही मौका लग रहा था। हालांकि, ऐसा लगता है कि शाह और केंद्रीय नेतृत्व उनकी अनदेखी कर रहा है और उनके साथ मंच साझा नहीं करना चाहता।”

राजे का नाम उस वक्त विवादों में आया, जब इस तरह के आरोप सामने आए कि उन्होंने वर्ष 2011 में आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी के ब्रिटिश आव्रजन आवेदन संबंधी दस्तावेजों को सत्यापित किया था। उनके बेटे दुष्यंत सिंह की कंपनी में ललित के निवेश संबंधी आरोप भी सामने आए हैं। इधर, गुरुवार को मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने बयान जारी कर कहा कि राजे ने शाह से मिलने का समय नहीं मांगा है।

राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र राठौर ने इस मुद्दे को तवज्जो न देते हुए कहा कि राजे के इस्तीफा देने का कोई सवाल पैदा नहीं होता। राठौर ने कहा, “उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है। वह क्यों इस्तीफा देंगी। उन्होंने मंगलवार को बयान जारी कर स्पष्ट कर दिया है। हम सभी उनके साथ हैं।”

 

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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