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प्रादेशिक

किसानों को राजनीति में न घसीटा जाए : चौहान

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भोपाल| मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों को राजनीति का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए और उनके मुद्दे पर राजनीति से बचना चाहिए। वे देश के अन्नदाता हैं। उन्हें हर सहूलियत दी जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री चौहान ने गुरुवार रात एक समाचार चैनल द्वारा कृषि विकास पर आयोजित एमपी समिट को संबोधित करते हुए कहा, “राज्य ने सिंचाई क्षमता बढ़ा कर कृषि क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है, यदि खेती अच्छी होगी तो अर्थव्यवस्था भी टिकाऊ बनेगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी के दौर में भी खेती में प्रगति से प्रदेश की अर्थव्यवस्था अप्रभावित रही।”

चौहान ने एक सवाल के जवाब में कहा, “जब खेती फायदे का धंधा बनेगी तो आत्महत्या जैसी घटनाएं अपने आप रुक जाएंगी। बीज, खाद, पानी, बिजली, खेती की लागत में कमी, उपज के अच्छे दाम, भण्डारण क्षमता में वृद्धि, ब्याज रहित कर्ज देने जैसे प्रयासों से प्रदेश की खेती में आशातीत वृद्घि हुई है।”

चौहान ने कहा कि केन्द्र का भूमि अधिग्रहण विधेयक किसान विरोधी नहीं है। वषों से किसानों की जमीनें औने-पौने दामों पर अधिगृहीत की जाती थीं। आज सही दिशा में कदम बढ़ा है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अच्छा काम नहीं करती तो लोग नकार देते हैं।

चौहान ने किसानों की आर्थिक स्थिति के संबंध में कहा, “जबतक किसानों को बेहतर विकल्प नहीं मिलेंगे, वे सूदखोरों के चक्कर में उलझते रहेंगे। मध्य प्रदेश में यह स्थिति लगभग समाप्त हो गई है। किसानों को बेहतर विकल्प देने के प्रयास हो रहे हैं।”

बिजली की स्थिति के सबंध में चौहान ने कहा कि आज 14 हजार मेगावाट बिजली है, जो राज्य की जरूरत से ज्यादा है। किसानों को पर्याप्त बिजली मिल रही है।

अनाज भंडारण पर चौहान ने कहा कि भंडारण क्षमता कई गुना बढ़ी है। आधुनिक तकनीक का उपयोग किया जा रहा है।

देश की अर्थव्यवस्था पर पूछे गए सवाल के जवाब में शिवराज ने कहा कि अब अर्थव्यवस्था सही रास्ते पर है। रोजगार निर्माण का क्षेत्र खुल रहा है।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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