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गूगल मैप्स अन्य 12 भारतीय शहरों में भी उपलब्ध

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नई दिल्ली। अब कोलकाता, तिरुवनंतपुरम और भोपाल सहित देश के 12 अन्य शहरों की यातायात सूचनाएं गूगल मैप्स पर देखी जा सकेंगी। यह जानकारी यहां जारी एक बयान से मिली। इन अन्य शहरों में कोयंबटूर, लखनऊ, सूरत, इंदौर, लुधियाना, विशाखापत्तनम, नागपुर, कोच्चि और मदुरै शामिल हैं।

बयान के मुताबिक नए शहरों को जोड़े जाने से देश के सभी प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गो और एक्सप्रेस वे की यातायात सूचनाएं देखी जा सकेंगी। गूगल के कार्यक्रम प्रबंधन निदेशक सूरेन रुहेला ने कहा, “हम लगातार गूगल मैप्स को अधिक व्यापक और भारतीयों के लिए रोज उपयोग किया जाने वाला टूल बनाने पर काम कर रहे हैं और हमारी उम्मीद है कि 12 शहरों और सभी राष्ट्रीय राजमार्गो के लिए ऐन मौके पर यातायात संबंधी सूचनाओं से देश भर में चालकों को अपने गंतव्य के लिए सर्वोत्तम मार्ग अपनाने और समय बचाने में मदद मिलेगी।”

यातायात सूचनाओं की सुविधा गूगल मैप्स के मोबाइल और डेस्कटॉप किस्म दोनों में शामिल की गई है। इससे देश के 34 शहरों की यातायात स्थिति ऐन मौके पर देखी जा सकेंगी।

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फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन, जानें कुछ उनके बारे में

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नई दिल्ली। इंडियन न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक और फेमस न्यूक्लियर फिजिस्ट होमी जहांगीर भाभा का आज जन्मदिन है। जे. भाभा, टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च (TIFR) के फाउंडिंग डायरेक्टर और फिजिक्स के प्रोफेसर भी थे। होमी जहांगीर भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 में एक अमीर पारसी परिवार में हुआ था। होमी जहांगीर भाभा के पिता का नाम जहांगीर होर्मुस्जी भाभा और माता का नाम मेहरबाई भाभा था, इनके पिता एक जाने-माने वकील थे जबकि माँ एक गृहिणी थीं।

होमी भाभा ने 16 साल की आयु में ही सीनियर कैम्ब्रिज परीक्षा पास कर ली थी। फिर वे गोनविले और कैयस कॉलेज में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल करने के लिए कैम्ब्रिज गए। इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज में कैवेंडिश लैब में रिसर्च करना शुरू किया और उनका पहला रिसर्च पेपर 1933 में प्रकाशित हुआ। दो साल बाद, उन्होंने अपनी पीएचडी हासिल की और 1939 तक कैम्ब्रिज में रहे।होमी भाभा ने छात्र के रूप में कोपेनहेगन में नोबेल पुरस्कार विजेता नील्स बोहर के साथ काम किया और क्वांटम सिद्धांत के विकास में प्रमुख भूमिका निभाई।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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