प्रादेशिक
उप्रः गैंगरेप के आरोपी को लॉकअप से निकाल कर मार डाला
मथुरा(उप्र)। एक बच्ची से गैंगरेप के बाद हत्या की घटना से भड़के लोगों ने आरोपियों को लॉकअप से निकाल कर इतना पीटा कि एक की मौत हो गई जबकि, दूसरे की हालत गंभीर है। गुस्साए गांववालों ने चौकी पर भी जमकर बवाल किया। सूचना के बाद डीएम, एसएसपी सहित आईजी और डीआईजी भी मौके पर पहुंच गए। मामले में आईजी ने थानाध्यक्ष सहित चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। तनाव की स्थिति को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
मिली जानाकारी के अनुसार मथुरा के थाना फरह के पुलिस चौकी परखम के एक गांव की एक बच्ची सोमवार शाम 5 बजे घर के पास ही स्थित नौहरे (पशुओं का बाड़ा) पर गई थी, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटी। परिवार ने काफी तलाश किया, बच्ची नहीं मिली। परिवार ने देर शाम बच्ची के गुम होने की सूचना दी। गायब बालिका की तलाश में जुटे परिवार को गांव के ही दो युवकों पर शक हुआ।
उन्होंने दोनों को पकड़ लिया। दोनों से कड़ाई से पूछताछ की, तो आरोपियों ने बालिका का शव स्टेशन के ही पास स्थित बीकेजी इंटर कॉलेज के पीछे एक गड्ढे में पड़ा बताया। जिसके बाद परिजन और पुलिस दोनों आरोपियों को लेकर मौके पर पहुंचे और बालिका का शव बरामद कर लिया। बालिका का चेहरा पत्थर से कुचला हुआ था। बच्ची से गैंगरेप की आशंका जताई जा रही है।
शव देख भड़के ग्रामीण
शव देख ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ गया। पुलिस हिरासत में लेकर चौकी लाए गए दोनों आरोपियों ललुआ उर्फ श्याम (35) और सोनू (32) को चौकी पर हमला कर ग्रामीणों ने छुड़ा लिया। आरोप है कि आरोपियों की लाठी-डंडों से जमकर पिटाई कर दी और उसी स्थान पर फेंक दिया, जहां बच्ची की लाश मिली थी।
सूचना मिलते ही कई थानों के पुलिसबल के साथ एसएसपी डॉ. राकेश कुमार, डीएम राजेश कुमार गांव पहुंच गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों की खोजबीन की, तो ललुआ का शव गांव के पास हजारी जाटव के कुएं के पास जंगल में पड़ा मिला। जबकि सोनू घायल अवस्था में सिसक रहा था। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन स्थिति गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे आगरा रेफर कर दिया।
पुलिस की लापरवाही आई सामने
मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी दुर्गा चरण मिश्रा और डीआईजी लक्ष्मी सिंह भी मौके पर पहुंच गईं। पूरे घटनाक्रम में पुलिस की लापरवाही सामने आने पर आईजी ने थानाध्यक्ष फरह तेजवीर सिंह, चौकी इंचार्ज परखम एचसीपी नेपाल सिंह और दो कॉन्स्टेबल रोहित कुमार व सुरेश चंद को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
गांव छोड़ कर चले गए लोग
आरोपी युवकों की बाल्मीकि समाज से ताल्लुक होने के कारण बाल्मीकि समाज के करीब एक दर्जन परिवार गांव से पलायन कर गए हैं। जबकि तनाव को देखते हुए गांव बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है। इस संबंध में डीआईजी से बात करने की कोशिश की गई। फोन रिसीव हुआ लेकिन बात नहीं की, जबकि एसएसपी का फोन रिंग जाने के बाद भी रिसीव नहीं हुआ। सीओ रिफाइनरी प्रीति प्रियदर्शनी ने सस्पेंशन की जानकारी होने से इनकार किया।
IANS News
महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।
विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य
महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।
अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार
प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।
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