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पाकिस्तान से बातचीत करने का मतलब नहीं : यशवंत

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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने रविवार को कहा कि भारत को पाकिस्तान से तब तक बात नहीं करनी चाहिए जब तक इसके नतीजे ‘बिल्कुल सुनिश्चित’ न हो जाएं। सिन्हा ने कहा, “हमें पाकिस्तान से तब तक बात नहीं करनी चाहिए, जब तक आप नतीजे के बारे में बिल्कुल सुनिश्चित न हो जाएं..। मैं पाकिस्तान के साथ अपने अनुभवों के आधार पर अपने वार्ताकारों से यह बात बार-बार कहता हूं।”

सिन्हा ने कहा कि वह इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि पाकिस्तान के साथ बातचीत से किसी सकारात्मक नतीजे तक पहुंचना संभव नहीं है। भाजपा नेता ने कहा कि बातचीत नहीं होने का यह मतलब नहीं है कि पाकिस्तान के साथ जंग हो जाएगी। उन्होंने कहा, “बातचीत नहीं होने का तात्कालिक नतीजा पाकिस्तान के साथ किसी युद्ध के रूप में सामने नहीं आने वाला है। परमाणु युद्ध की शक्ल में तो बिल्कुल भी नहीं।”

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि बातचीत नहीं होने और जंग होने के बीच एक बहुत बड़ा फासला है। भारत और पाकिस्तान इस फासले में रह सकते हैं। समस्या सिर्फ सीमा पार आतंकवाद है, जिसमें पाकिस्तान के शामिल होने के काफी सबूत हैं।” सिन्हा ने कहा, “पाकिस्तान हर बात के लिए भारत को जिम्मेदार ठहरा देता है। हमारे हर तर्क के जवाब में उनका एक तर्क आ जाता है। हमारे हर दस्तावेज के जवाब में वे हमें दस्तावेज थमा देते हैं।” उन्होंने कहा, “इसीलिए पाकिस्तान से बातचीत करना मुमकिन नहीं है। पाकिस्तान लगातार नकार की मुद्रा में है। वह कोई आरोप नहीं मानेगा चाहे वह ‘जिंदा सबूत’ ही क्यों न हो जिसका जिक्र हमारी विदेश मंत्री ने किया है।”

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि पाकिस्तान वार्ता से इसलिए भाग रहा है, क्योंकि भारत ने ऊधमपुर में आतंकी हमले में शामिल एक पाकिस्तान आंतकी को जिंदा गिरफ्तार कर लिया है। सिन्हा ने कहा कि लिखित समझौते से पलट जाना पाकिस्तान की आदत है। उन्होंने कहा, “उसने शिमला समझौते की गलत व्याख्या की, जनवरी 2006 के संयुक्त बयान की अनदेखी की। अब उफा के बयान की गलत व्याख्या कर रहा है, जिसमें सिर्फ आतंकवाद पर बातचीत होने का जिक्र है। मैं पूरी तरह सरकार के साथ हूं।”

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गैस चेंबर बनी दिल्ली, AQI 500 तक पहुंचा

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नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। दरअसल दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर बदतर स्थिति में है। अगर श्रेणी के आधार पर बात करें तो दिल्ली में प्रदूषण गंभीर स्थिति में बना हुआ है। कल जहां एक्यूआई 470 था तो वहीं आज एक्यूआई 494 पहुंच चुका है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई के आंकड़ें आ चुके हैं। अलीपुर में 500, आनंद विहार में 500, बवाना में 500 के स्तर पर एक्यूआई बना हुआ है।

कहां-कितना है एक्यूआई

अगर वायु गुणवत्ता की बात करें तो अलीपुर में 500, बवाना में 500, आनंद विहार में 500, डीटीयू में 496, द्वारका सेक्टर 8 में 496, दिलशाद गार्डन में 500, आईटीओ में 386, जहांगीरपुरी में 500, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 500, लोधी रोड में 493, मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम 499, मंदिर मार्ग में 500, मुंडका में 500 और नजफगढ़ में 491 एक्यूआई पहुंच चुका है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। ऐसे में दिल्ली में ग्रेप 4 को लागू कर दिया गया है। इस कारण दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ में स्कूलों को बंद कर दिया गया है और ऑनलाइन माध्यम से अब क्लासेस चलाए जाएंगे।

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